
पत्रकारिता की ताकत का समाज एवं देशहित में सदुपयोग करेंः पद्मश्री जगजीत सिंह दर्दी
पत्रकारिता एक नशा है जिसे यह जुनून है, उसे चुनौतियों से झूझना ही होगार: आलोक कुमार त्रिपाठी’
सहारनपुर। लखनऊ जर्नलिस्टस् एसोसिएशन की जिला सहारनपुर शाखा के तत्वावधान में पत्रकारिता पर मंडराते खतरे और चुनौतियाँ विषय पर मंगलवार को आयोजित सेमिनार में मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार पद्मश्री सरदार जगजीत सिंह दर्दी ने कहा कि पत्रकारों को पत्रकारिता की ताकत का कभी दुरूपयोग नहीं करना चाहिए बल्कि पत्रकारिता का समाज और देशहित में सदुपयोग करना चाहिए।
स्थानीय अम्बाला रोड स्थित होटल स्काई लार्क में एलजेए की सहारनुपर शाखा द्वारा आयोजित प्रथम वृहद सेमिनार सम्मान समारोह में पद्मश्री सरदार जगजीत सिंह दर्दी ने अपने सम्बोधन में बताया कि वे हमेशा से सिद्धान्तों और आदर्शो से युक्त पत्रकारिता के पक्षधर रहे हैं और आज भी है।
उन्होंने देश व समाज के हितों की लड़ाई पत्रकारिता के माध्मय से ही लड़ी, जिससे समाज को लाभ पहुंचा है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता पर प्रारम्भ से ही खतरे रहे हैं और भविष्य में भी रहेंगे, क्योंकि पत्रकारिता करना ही चुनौती है।
उनका कहना था कि सोशल मीडिया वर्तमान में एक ऐसी बीमारी के रूप में सामने आया है, जिसका कोई इलाज फिलहाल सम्भव नहीं दिखाई देता। इसके लिए हम सबका चिन्तन करना आवश्यक है।
श्री दर्दी ने कहा कि कवरेज के दौरान पत्रकारों को सुरक्षा और अधिकार दिये जाने चाहिए। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के उपनिदेशक दिलीप गुप्ता ने कहा कि पत्रकारिता क्षेत्र हमेशा से चुनौतियों से जूझता रहा है और रहेगा, क्योंकि यह समाज को दिशा देने का काम करते हैं।
मेडीग्राम के निदेशक डा0 अजय सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि आने वाला दशक पत्रकारिता के लिए काफी कठिन दौर होगा और इस खतरे से पत्रकारों को स्वयं ही निकलना होगा।
उन्होंने कहा कि पत्रकारोंं को अपने मिशन को ध्यान मेंं रखकर ही सक्रिय रहना चाहिए तभी समाज और देश का हित सुरक्षित रहेगा।
एडवोकेट अमीर खान ने कहा कि जब भी किसी पेशे में अपात्र लोगों का प्रवेश हो जाता है तो उस पेशे की गरिमा धूमिल होती है। जनहित में मन के उभरते हुए विचारोंं को कलमबद्ध करके समाज को परोसना ही साहित्य है और यही उद्देश्य सच्ची पत्रकारिता का होता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता की दिशा और दशा का जिम्मेदार स्वयं पत्रकार है।
लखनऊ से पधारे लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार आलोक कुमार त्रिपाठी ने सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए कहा कि पत्रकारिता एक नशा है और जिसे यह जुनून है, उसे चुनौतियों से तो जूझना ही होगा।
उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में पत्रकारों को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन वे समाज के हित के लिए अपने पथ से नहीं डिगे, यही सच्ची कर्तव्यनिष्ठा है। क्योंकि जो भी समाज के लिए काम करता है उसे मुश्किलों का सामना करना ही पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि जैसे समाज के हर क्षेत्र में गिरावट आई है, पत्रकारिता क्षेत्र भी उससे अछूता नहीं रहा। उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया से सम्बद्ध हर आदमी पत्रकार कहला रहा है। यह हम सबके लिए चिन्तन का विषय होना चाहिए।
अध्यक्ष आलोक त्रिपाठी ने बताया कि सरकार द्वारा पत्रकारों को विशेष चिकित्सा सुविधा और पेंशन दिये जाने पर विचार किया जा रहा हे।
सेमिनार में इसके अलावा महेश नारंग, एडवोकेट दलजीत सिंह कोचर, खुर्शीद आलम, सर्विष्ठ गुप्ता, रविन्द्र मिगलानी उद्यमी ने भी अपने विचार प्रकट किये।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रोंं मेंं लोगोंं को सम्मानित भी किया गया जिनमें गुरविन्दर सिंह, प्रिंसीपल खालसा स्कूल (शिक्षा क्षेत्र) पीयूष चावला (शिक्षा क्षेत्र) श्याम कुमार सैनी (पत्रकारिता) मनोज कुमार, सब इंस्पेक्टर, अमीर खान एडवोकेट (विधि क्षेत्र) डा0 अजय सिंह (समाजसेवा) रविन्द्र मिगलानी (उद्यमी) साहिल (गायन) आदि को शाल एवं सम्मान चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
सेमीनार में एसोसिएशन के डा0 रवि शर्मा (मेरठ) खुर्शीद आलम (शामली) तसलीम (शामली) विश्वबंधू एवं अंकुर गौड़ (बागपत) वसीम अहमद (मुजफ्फरनगर) तथा श्रीमती नीना धींगड़ा, नीना शर्मा, श्रीमती शमां खान, डा0 अय्याज, विपिन कौशिक, एस0एम0 वासिल, अनिल शर्मा, प्रवीण कश्यप, अरविन्द कुमार सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे।\
सेमिनार का संचालन एलजेए सहारनपुर के वरिष्ठ सदस्य जे0एम0 गाँधी ने किया।