
जेल में रहकर भी माफिया मुख्तार अंसारी ने लड़ा था लोकसभा चुनाव
पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा जेल में शिफ्ट किया गया माफिया मुख्तार अंसारी पांच साल आगरा की केंद्रीय जेल में भी रहा है। इस दौरान जेल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किए गए थे। जेल के अंदर से लेकर बाहर भी सुरक्षा व्यवस्था रहती थी। पुलिस अधिकारी समय-समय पर छापेमारी करके बैरकों की तलाशी लेते थे। मुख्तार ने आगरा केंद्रीय जेल में रहकर चुनाव भी लड़ा था।
वर्ष 2011 से लेकर वर्ष 2016 तक मुख्तार अंसारी केंद्रीय जेल में निरुद्ध रहा था। इस दौरान मुख्तार ने केंद्रीय जेल में रहकर 2014 में घोसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि उसे इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।
आगरा केंद्रीय जेल में मुख्तार करीब पांच साल रहा। उसे विशेष सुरक्षा बैरक में रखा जाता था। इस दौरान जेल के गेट से लेकर अंदर तक सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। बंदियों से मिलने आने वाले परिजनों की कड़ी चेकिंग के बाद ही मिलाई कराई जाती थी।
जेल के बाहर भी अधिक संख्या में पुलिस रहती थी। जेल की ओर आने वाले मार्ग पर भी पुलिस बैरियर लगाकर चेकिंग करती थी। सूत्रों की मानें तो मुख्तार अंसारी के जेल में रहने के दौरान उसके गुर्गे भी बाहर सक्रिय रहते थे। पुलिस अधिकारी जेल में छापेमारी करके बैरकों की तलाशी लेते थे। बैरकों को खंगाला जाता था। केंद्रीय जेल के वरिष्ठ अधीक्षक वीके सिंह ने बताया कि मुख्तार अंसारी वर्ष 2011 से 2016 तक जेल में रहा था। उनको विशेष बैरक में रखा गया था।