
अरुणाचल प्रदेश के पास तिब्बती शहर का दौरा करने के पीछे क्या है चीनी राष्ट्रपति की मंशा
बीजिंग – चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अरुणाचल प्रदेश के निकट स्थित रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण तिब्बती सीमावर्ती शहर न्यिंगची का दौरा किया। आधिकारिक मीडिया की तरफ से शुक्रवार को यह जानकारी दी गई।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ की खबर के अनुसार, शी बुधवार को ‘न्यिंगची मेनलिंग एयरपोर्ट’ पहुंचे और स्थानीय लोगों तथा विभिन्न जातीय समूहों के अधिकारियों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। इसके बाद ब्रह्मपुत्र नदी घाटी में पारिस्थितिक संरक्षण का निरीक्षण करने के लिए वह ‘न्यांग रिवर ब्रिज’ गए। जिसे तिब्बती में ‘यारलुंग ज़ंगबो’ कहा जाता है।
न्यिंगची, तिब्बत में एक प्रांत स्तर का शहर है जो अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है। चीन, अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत का हिस्सा बताता है। जिस दावे को भारत ने हमेशा दृढ़ता से खारिज किया है। भारत-चीन के बीच 3,488 किलोमीटर की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सीमा विवाद है।
चीन के कई नेता समय-समय पर तिब्बत जाते है। लेकिन चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी और शक्तिशाली केंद्रीय सैन्य आयोग (चीनी सेना का समग्र आलाकमान) के प्रमुख शी हाल के वर्षों में तिब्बत के सीमावर्ती शहर का दौरा करने वाले संभवत: पहले शीर्ष नेता हैं। न्यिंगची, जून में तब चर्चा में आया था। जब चीन ने तिब्बत में अपनी पहली बुलेट ट्रेन का पूरी तरह से संचालन शुरू किया था। यह ट्रेन तिब्बत की प्रांतीय राजधानी ल्हासा को न्यिंगची से जोड़ती है।