
अगस्त में इस दिन है हरतालिका और हरछठ व्रत
अगस्त का महीना व्रत और त्योहार के लिहाज से बहुत खास है। एक तरफ जहां इस महीने में भाई बहन के प्यार का त्योहार रक्षा बंधन आता है। वहीं इस महीने में जन्माष्टमी, हरतालिका तीज और हरछठ व्रत आता है। इस साल हरछठ व्रत 17 अगस्त को मनाया जाएगा। इसके बाद 18 या 19 अगस्त को जन्माष्टमी का व्रत मनाया जाएगा। हरछठ और जन्माष्टमी साथ-साथ आते हैं।
हरछठ के दो दिन बाद जन्माष्टमी का व्रत आता है। ऐसा कहा जाता है कि जो हल षष्ठी का व्रत करते है। उन्हें जन्माष्टमी का व्रत नहीं करना चाहिए। सावन की पूर्णिमा समाप्त होने के बाद से भादो में का सबसे पहला व्रत ही हरछठ का व्रत है। इसे बलराम जी का जन्मदिन कहा जाता है। यह व्रत संतान के लिए होता है। इस व्रत में महिलाएं हल से जुता हुआ नहीं खाती हैं।
जन्माष्टमी के बाद हरतालिका तीज का व्रत आता है। भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज व्रत रखा जाता है। इस व्रत में महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। इस व्रत में गौरी शंकर की पूजा अर्चना की जाती है। यह व्रत सुबह से शुरू होकर अगले दिन सुबह खत्म होता है। इस साल हरतालिका तीज व्रत 30 अगस्त का है।