
वार्षिक कैलेण्डर बनाकर विविध कार्यक्रम आयोजित करे विश्वविद्यालय
प्रदेश की राज्यपाल एवं राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया का छठा दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने 23,242 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान कीं, जिनमें 59 प्रतिशत छात्राएं हैं। कुल 43 पदक वितरित किए गए, जिनमें से 34 पदक छात्राओं ने प्राप्त किए, जो कि कुल पदकों का 81 प्रतिशत है। उन्होंने ने बेटियों की इस उपलब्धि पर विशेष रूप से गर्व प्रकट करते हुए कहा कि बेटियाँ हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं।
राज्यपाल ने समारोह के दौरान सभी उपाधियों को डिजीलॉकर में अपलोड किया।
राज्यपाल जी ने उपाधि और पदक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि इस दीक्षांत समारोह में छात्राओं ने छात्रों से अधिक मेडल प्राप्त किया है।
गोल्ड मेडल प्राप्त करना केवल शैक्षणिक प्रदर्शन तक सीमित नहीं होना चाहिए बल्कि इसकी चमक उनके व्यवहार और व्यक्तित्व में भी झलकनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बेटियों को इस सम्मान का भविष्य में भी मान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्राएं ध्यानपूर्वक पढ़ाई करती हैं, जबकि छात्र अक्सर राजनीति और हड़तालों में समय गंवाते हैं, इससे शिक्षा और विश्वविद्यालय का माहौल प्रभावित होता है।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय और शिक्षकों को यह निर्देश दिया कि वे विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ यह भी सिखाएं कि उनकी शिक्षा समाज के लिए उपयोगी हो। उन्होंने कहा कि अगर कोई इमारत बनती है तो उसे उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं के अनुसार डिजाइन करना चाहिए। आंगनबाड़ी की इमारतें छोटे बच्चों की सुविधाओं के अनुसार बनाई जानी चाहिए, जबकि विद्यालय और विश्वविद्यालय की इमारतें छात्रों और शिक्षकों की आवश्यकताओं के अनुरूप होनी चाहिए।