अरबों का फर्जीवाड़ा करने वाली अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के खिलाफ दो और पीड़ित सामने आए हैं। लखनऊ और गाजीपुर जिले के पीड़ितों ने कंपनी मालिक प्रणव अंसल, सुशील अंसल और अन्य निदेशकों व कर्मचारियों पर फ्लैट व प्लॉट के नाम पर 13.61 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामलों की जांच शुरू कर दी है।
सुशांत गोल्फ सिटी निवासी अतुल कुमार शाही ने बताया कि वर्ष 2008 में अंसल एपीआई में संपर्क किया था। बातचीत कर उन्होंने 249 वर्ग मीटर का एक प्लॉट बुक किया था। फिर पीड़ित ने 7,25,989 रुपये रुपये जमा किए थे। 2013 में प्लॉट उनके नाम कर दिया गया। अतुल ने बताया कि प्लॉट की स्थिति जानने के लिए वे कई बार अंसल के लखनऊ और दिल्ली स्थित कार्यालय गए। अधिकारियों से मिले, फिर भी 17 साल बाद भी प्लॉट नहीं मिला। रुपये वापस मांगने पर आनाकानी की गई।
वहीं, गाजीपुर जिला के मरदह निवासी राम अवध सिंह ने मार्च 2015 में अंसल एपीआई में एक फ्लैट बुक कराया था। इसके बाद किस्तों में 2.15 रुपये जमा किए थे। इसके बाद उन्हें जल्द फ्लैट का आवंटन कराने का झांसा देकर 4.20 लाख रुपये और ऐंठ लिए। इसके बाद भी फ्लैट नहीं मिला। संपर्क करने पर टालमटोल की गई। 10 साल बाद भी रजिस्ट्री व कब्जा नहीं मिलने पर पीड़ित ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
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