
डॉ. राममनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में तीन वर्षीय पाठ्यक्रम शुरू
डॉ. राममनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के अगले सत्र में कानून की पढ़ाई करने वाले छात्र अब संस्थान से तीन वर्षीय एलएलबी कोर्स भी कर सकेंगे। इसको लेकर विवि ने तैयारियां पूरी कर ली हैं।
विधि विवि अब तक एलएलबी पांच वर्षीय कराता रहा है। लेकिन अब व्यवस्थाओं को विस्तार दिया जा रहा है। कुलपति प्रो. अमरपाल सिंह का कहना है कि तीन वर्षीय एलएलबी पाठ्यक्रम को शुरू करने की तैयारी चल रही है।
इसको लेकर प्रस्ताव व अन्य विभागीय प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। फीस का बुनियादी ढांचा तैयार हो गया है। विवि सीटों के आवंटन के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया निर्धारित करेगा। साथ ही नैक प्रक्रिया से गुजरकर पैरा-लीगल पाठ्यक्रम भी शुरू कराएगा।
विवि फारेंसिक विज्ञान संस्थान से करेगा एमओयू
कुलपति ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य फॉरेंसिक विज्ञान संस्थान और गिरी विकास अध्ययन संस्थान के साथ विश्वविद्यालय शैक्षिक सहयोग के लिए एमओयू करने जा रहा है। इसके माध्यम से पाठ्यक्रमों को और मजबूत किया जाएगा। ताकि रैंकिंग स्तर को बढ़ाया जा सके। बता दें कि एनआईआरएफ रैंकिंग में वर्ष 2018 में विवि को 8वां और 2023 में 21वां स्थान प्राप्त हुआ है।
तीन साल का एलएलबी कोर्स इन्हें देगा राहत
तीन वर्षीय एलएलबी कोर्स उनके लिए उपर्युक्त है, जो बीए, बीएसी, बीकॉम या बीटेक आदि करने के बाद लॉ के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। कुलपति का कहना है कि कई बार छात्र स्नातक पूरा होने तक अपना क्षेत्र ही नहीं तय कर पाते है, तीन साल का एलएलबी कोर्स उन्हें विकल्प भी प्रदान करता है।
एक हजार छात्रों के लिए 26 शिक्षक
विधि विश्वविद्यालय में एक हजार से अधिक छात्र हैं। ये छात्र एलएलबी, एलएलएम और पीएचडी कर रहे हैं। इनको पढ़ाने के लिए 26 शिक्षक नियुक्त हैं। कुलपति का कहना है कि विश्वविद्यालय नैक प्रक्रिया से भी गुजरेगा।