लखनऊ। उत्तर प्रदेश समेत समूचे उत्तर भारत में पिछले दो दिनो से हो रही बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है मगर नदियों के उफानाने से तटीय क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा गहराने लगा है। सूत्रों के अनुसार नेपाल ने राप्ती बैराज से 37 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा है, जिसके कारण बलरामपुर में राप्ती नदी उफान पर है और बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
बलरामपुर जिले के 12 गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है और कई जगहों पर गन्ना और धान की फसल नदी में समा गई है। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण अमरोहा में गंगा नदी का जलस्तर 30 सेमी बढ़ गया है जिससे नदी किनारे बने कई अस्थायी शेड जलमग्न हो गए हैं। पीलीभीत से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की एक नहर में दरार आने से 50 बीघा फसल बाढ़ के पानी में डूब गई।
सिंचाई विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है और मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। लगातार हो रही बारिश के कारण प्रयागराज में गंगा-यमुना नदियों का जलस्तर भी बढ़ रहा है। पुलिस ने श्रद्धालुओं को गहरे पानी में न जाने की सलाह दी है, वहीं नदी किनारे बने अस्थायी शेड हटा दिए गए हैं।
बारिश और खराब मौसम के कारण गोरखपुर एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और हैदराबाद की उड़ानें आंशिक रूप से प्रभावित हुयी हैं। हवाई अड्डे से छह उड़ानें एक से दो घंटे की देरी से रवाना हुईं। इस बीच मौसम विभाग ने आज और कल के लिए यूपी के 35 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
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