
राज्यपाल की अध्यक्षता में भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय, लखनऊ का 13वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न
प्रदेश की राज्यपाल व कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय, लखनऊ का 13वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ।
राज्यपाल ने कलश में जलधारा अर्पण करके जल संरक्षण के संदेश के साथ विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह का शुभारम्भ किया। समारोह में राज्यपाल जी ने विश्वविद्यालय के प्रतिभाशाली मेधावियों को 45 पदक प्रदान किए, जिसमें 20 पदक छात्रों ने एवं 25 पदक छात्राओं ने हासिल किए।
इसके साथ ही समारोह में कुल 110 उपाधियाँ प्रदान की गईं, जिसमें स्नातक स्तर पर 52 ,परास्नातक स्तर पर 55 तथा 03 शोध उपाधि प्रदान की गयीं। सभी 110 उपाधियां डिजिलॉकर में अपलोड कर दी गयीं।
राज्यपाल ने सभी उपाधि प्राप्त कर्ताओं तथा पदक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देकर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए माता-पिता को कभी नहीं भूलने व अंतिम क्षण तक उनके देखभाल करते रहने को प्रेरित किया।
उन्होंने मुख्य अतिथि कथक नृत्यांगना पद्मश्री, श्रीमती शोभना नारायण को भौतिक शास्त्र में पढ़ने, एक अधिकारी के रूप में दायित्व संभालने तथा नृत्यांगना के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त करने पर त्रिवेणी संगम बताया। राज्यपाल जी ने बतौर नृत्यांगना, कोरियोग्राफर व कत्थक गांव पर शोध करने हेतु श्रीमती शोभना नारायण जी के कार्यों को सराहनीय बताया।
राज्यपाल ने संगीत के क्षेत्र में गुरु और शिष्य की परंपरा का उल्लेख करते हुए बताया कि शिक्षकों द्वारा अपना ज्ञान शिष्यों को प्रदान करने में कोई कमी नहीं रखी जाए, जिससे गुरु शिष्य की समृद्ध परंपरा कायम रहे।
उन्होंने विद्यार्थियों को गुरुजनों का मान रखने हेतु भी आह्वान किया। राज्यपाल जी ने देश के विकास में संस्कृति के योगदान को महत्वपूर्ण एवं भारतीय संस्कृति को विश्व की सर्वाधिक प्राचीन, समृद्ध एवं सर्व समावेशी संस्कृति बताया।