मुंबई। विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा के कमजोर होने और विदेशी कोषों की लिवाली बढ़ने से सोमवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पांच पैसे
बढ़कर 83.87 पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि बाजार प्रतिभागी बुधवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जिसमें ब्याज दरों में कटौती लगभग तय है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के सक्रिय हस्तक्षेप के चलते रुपया एक अच्छी तरह से परिभाषित सीमा के भीतर स्थिर बना हुआ है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 83.89 पर खुला और
बढ़त दर्ज करते हुए 83.87 के स्तर पर आ गया। इस तरह रुपया पिछले बंद भाव के मुकाबले पांच पैसे चढ़ गया। रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले चार पैसे बढ़कर 83.92 पर बंद हुआ था।
इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.26 प्रतिशत गिरकर 100.85 पर आ गया। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.15 प्रतिशत बढ़कर 71.72 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुद्ध रूप से 2,364.82 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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