
शियाई खेलों में पंजाब ने तोड़ा 72 साल का रिकॉर्ड, पहली बार 8 स्वर्ण के साथ 19 पदक किए अपने नाम
हांगझोऊ में संपन्न हुए एशियाई खेलों में पंजाब के खिलाड़ियों ने 72 साल का रिकॉर्ड तोड़कर अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। मुकाबले में सूबे के खिलाड़ियों ने 8 स्वर्ण, 6 रजत और 5 कांस्य पदकों के साथ कुल 19 पदक अपने नाम किए हैं।
खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि खेल के बड़े मंच पर हमारे खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत के बलबूते देश का नाम रोशन किया। इस बार एशियाई खेलों में में हिस्सा लेने गए 48 पंजाबी खिलाड़ियों को तैयारी के लिए पंजाब सरकार ने प्रति खिलाड़ी 8 लाख रुपये के हिसाब के साथ कुल 4.64 करोड़ रुपये दिए थे।
1951 और 62 में जीते थे सात स्वर्ण
एशियाई खेलों के 72 वर्षों के इतिहास में पंजाब के खिलाड़ियों ने इससे पहले सबसे अधिक स्वर्ण पदक 1951 में नई दिल्ली और 1962 में जकार्ता एशियाई खेलों में क्रमश: 7-7 स्वर्ण पदक जीते थे। इस बार यह रिकॉर्ड तोड़ते हुए पंजाब के खिलाड़ियों ने 8 स्वर्ण पदक जीते हैं। इस बार पंजाब के खिलाड़ियों ने कुल रिकॉर्ड 19 पदक जीते हैं।
सिफत कौर समरा ने निशानेबाजी में एक स्वर्ण और एक रजत पदक जीता। स्वर्ण पदक जीतने वालों में हरमनप्रीत कौर (कप्तान), कनिका आहूजा और अमनजोत कौर ने महिला क्रिकेट, तेजिंदर पाल सिंह तूर ने शॉटपुट, अर्जुन सिंह चीमा और जोरावर सिंह संधू ने निशानेबाजी, परनीत कौर ने तीरंदाजी, हरमनप्रीत सिंह , हार्दिक सिंह, मनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह, वरुण कुमार, गुरजंट सिंह, शमशेर सिंह, जरमनप्रीत सिंह बल्ल, कृष्ण बहादुर पाठक और सुखजीत सिंह ने पुरुष हॉकी और अर्शदीप सिंह और प्रभसिमरन सिंह ने पुरुष क्रिकेट में स्वर्ण पदक जीते।
रजत पदक जीतने वालों में हरमिलन बैंस ने 800 मीटर और 1500 मीटर में दो रजत और जसविंदर सिंह ने रोइंग में एक रजत और एक कांस्य पदक जीता। ध्रुव कपिला ने बैडमिंटन टीम और राजेश्वरी कुमारी में ट्रैप निशानेबाजी में रजत पदक जीता। कांस्य पदक जीतने वालों में विजयवीर सिद्धू ने निशानेबाजी, सतनाम सिंह, सुखमीत सिंह और चरनजीत सिंह ने रोइंग, मंजू रानी ने पैदल दौड़ और सिमरनजीत कौर ने तीरंदाजी में कांस्य पदक जीता।