
प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री वाराणसी में आयोजित ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि आगामी 25 वर्षों में देश विकसित हो जाएगा, तो मुसीबतों का नामो-निशान मिट जाएगा। ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ का सरकारी अधिकारियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। वर्ष 2047 तक विकसित भारत का फल आने वाली पीढ़ी को मिलेगा।
उन्होंने ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ को मुसीबत से मुक्ति का मार्ग बताते हुए कहा कि यह देश का कार्य है। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ मेरी भी कसौटी है कि देशवासियों के लिए जो कहते थे
और चाहते थे वैसा हुआ कि नहीं। जब से आपने हमें काम दिया है, अब तक 04 करोड़ परिवारों को पक्का घर मिल चुका है। आयुष्मान भारत योजना सहित सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है।
प्रधानमंत्री आज कटिंग मेमोरियल मैदान परिसर, वाराणसी में आयोजित ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी मौजूद थे।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी ने ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा‘ प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री जी सहित उपस्थित लोगों के साथ पंचप्रण का संकल्प लिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी की लड़ाई के दौरान हिन्दुस्तान का हर आदमी बोलने लगा था कि वह आजादी के लिए कार्य कर रहा है। यह देखकर अंग्रेज भाग गए। देश को आगे ले जाने की सोच आज हम सभी में होनी चाहिए।
आज यह बीज बो दें, तो वर्ष 2047 में यह वटवृक्ष आपके बच्चों को ही फल देगा। मन बन जाए तो मंजिल दूर नहीं होती। यह कार्य राजनीतिक नहीं, बल्कि हर आदमी का है।



