
सुअर के गुर्दे से मनुष्य का जीवन बचाने की तैयारी, शोध जारी
वाशिंगटन : अमेरिका में यह पता लगाने के लिए पहला नैदानिक परीक्षण किया गया कि क्या सुअर का गुर्दा मनुष्य में प्रतिरोपित करने से सचमुच किसी का जीवन बचाया जा सकता है। सुअर के गुर्दे को आनुवंशिक रूप से संशोधित करके उन्हें मनुष्यों में प्रतिरोपित करने के लिए अधिक अनुकूल बनाने वाली कंपनी ने सोमवार को घोषणा की कि शोध के तहत पहली बार ‘एनवाईयू लेंगोन हेल्थ’ चिकित्सा केंद्र में प्रारंभिक प्रतिरोपण किया जा चुका है।
पशु का अंग मनुष्य में प्रतिरोपित करने के प्रयासों की दिशा में यह सबसे नया कदम है। इसके अलावा अमेरिका की एक और कंपनी ‘ई-जेनेसिस’ आगामी महीनों में सुअर के गुर्दे पर नैदानिक परीक्षण करने की तैयारी कर रही है। ये इस संबंध में दुनिया में प्रारंभिक नैदानिक परीक्षण हैं। इन परीक्षण को ‘ज़ेनो ट्रांसप्लांटेशन’ कहा जाता है। शोधकर्ता इस परीक्षण में भाग लेने वालों की पहचान सुरक्षित रखने के लिए यह नहीं बता रहे हैं कि एनवाईयू में सर्जरी कब की गई। न ही उन्होंने रोगी के बारे में कोई जानकारी दी है। प्रतिरोपण टीम का नेतृत्व करने वाले न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के डॉ. रॉबर्ट मोंटगोमरी ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि उनके अस्पताल के पास इस परीक्षण में शामिल होने के इच्छुक अन्य रोगियों की एक सूची है, जिसमें शुरुआत में छह लोग शामिल होंगे।
				


