
प्रधानमंत्री मोदी 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंचे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि वह 15वें ब्रिक्स शिखर-सम्मेलन के दौरान वैश्विक नेताओं के साथ चर्चा और बैठकों को लेकर आशान्वित हैं। दक्षिण अफ्रीका की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मंगलवार को पहुंचे मोदी का दक्षिण अफ्रीका के उप- राष्ट्रपति पाउल माशातिले ने वाटरक्लूफ एयर फोर्स बेस परस्वागत किया जहां उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।
मोदी ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ‘‘कुछ देर पहले जोहानिसबर्ग पहुंचा। अगले कुछ दिन में ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान वैश्विक नेताओं के साथ बातचीत और बैठकों को लेकर आशान्वित हूं।’’ दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के निमंत्रण पर मोदी 22 से 24 अगस्त तक इस देश की यात्रा पर हैं।
अफ्रीका 2019 के बाद ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के पहले प्रत्यक्ष सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ‘एक्स’पर लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दक्षिण अफ्रीका के वाटरक्लूफ एयर फोर्स बेस पहुंचे। दक्षिण अफ्रीका के उप-राष्ट्रपति पी माशातिले ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा में 15वें ब्रिक्स सम्मेलन में भागीदारी और बहुपक्षीय तथा द्विपक्षीय स्तर पर ब्रिक्स और आमंत्रित देशों के नेताओं के साथ बातचीत शामिल है। प्रिटोरिया हिंदू सेवा समाज के कार्यकर्ताओं और स्वामीनारायण संस्थान की स्थानीय इकाई सहित भारतीय समुदाय के सदस्यों ने भी बड़ी संख्या में, प्रधानमंत्री मोदी की आगवानी की। यहां से मोदी जोहानिसबर्ग के सैंडटन सन होटल के लिए रवाना हो गये, जहां ब्रिक्स शिखर-सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। होटल में उन्होंने ब्रिक्स बिजनेस फोरम लीडर्स संवाद से पहले स्थानीय और भारतवंशी समुदाय के लोगों से मुलाकात की।
हाथों में भारतीय ध्वज और संगीत वाद्ययंत्र लिये भारतीय समुदाय के सदस्यों ने प्रधानमंत्री का होटल पहुंचने पर स्वागत किया और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। मोदी ने भारतवंशी समुदाय के सदस्यों के साथ अपनी कुछ तस्वीरें साझा करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘जोहानिसबर्ग में विशेष स्वागत के लिए दक्षिण अफ्रीका के भारतीय समुदाय का आभार।
दो महिलाओं ने 30 अगस्त को आने वाले रक्षा बंधन से पहले मोदी की कलाई पर राखी भी बांधी। मोदी ने विशाल स्वामीनारायण मंदिर के एक मॉडल को भी देखा जो 2017 से निर्माणाधीन है और जिसके अगले साल पूरा होने की उम्मीद है।