
पी0ए0सी0 संस्थापना दिवस-2023 का आयोजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी बल की छवि उसके जवानों के शौर्य एवं पराक्रम से निर्मित होती है। उत्तर प्रदेश पी0ए0सी0 का गौरवशाली इतिहास इस दृष्टि से स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। दिनांक 17 दिसम्बर 1947 को मिलिट्री पुलिस का नाम बदलकर पी0ए0सी0 किया गया,
जबकि ‘दि यूनाइटेड प्रॉविन्सेज़ प्रॉविन्शियल आर्म्ड कॉन्सटैबुलरी एक्ट-1948’ के तहत इसका विधिवत गठन हुआ। वर्तमान में उत्तर प्रदेश पी0ए0सी0 के लगभग 40 हजार कार्मिक अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निर्वहन करते हुए राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाने में अपना योगदान दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां 35वीं वाहिनी पी0ए0सी0 परिसर में पी0ए0सी0 संस्थापना दिवस-2023 के आयोजन के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
उस समय उत्तर प्रदेश पी0ए0सी0 के जवानों के पराक्रम के कारण हमले को निष्फल करने में सफलता प्राप्त हुई थी। बहादुर जवानों ने सभी हमलावरों को अपने पराक्रम से मार गिराया और उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। देश की आस्था के प्रतीक श्री राम जन्मभूमि पर जब आतंकी हमला हुआ था, तब भी उस हमले को निष्फल करने का कार्य उत्तर प्रदेश पी0ए0सी0 ने किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पी0ए0सी0 द्वारा महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों एवं अति विशिष्ट महानुभावों की सुरक्षा ड्यूटी, एस0टी0एफ0 में कमाण्डो ड्यूटी, आतंकवाद निरोधक दस्ता (ए0टी0एस0) में कमाण्डो ड्यूटी, यातायात पुलिस ड्यूटी, यू0पी0 112 पी0आर0वी0 में पायलेट ड्राइवर ड्यूटी, प्रतिसार निरीक्षक ड्यूटी, रिक्रूट प्रशिक्षण केन्द्र प्रभारी ड्यूटी, एस0एस0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 ड्यूटी तथा
अन्य प्रदेशों में चुनाव व कानून व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती है। प्रदेश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था से जुड़े उत्तर प्रदेश पुलिस बल के अनेक महत्वपूर्ण संस्थान हैं, जहां पर पी0ए0सी0 के जवान ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।



