
ऑस्कर में ‘ओपेनहाइमर’ की धूम, भारत में बनी ‘टू किल ए टाइगर’ को नहीं मिला पुरस्कार
नई दिल्ली। गंभीर बायोपिक ‘ओपेनहाइमर’ को 96वें एकेडमी अवॉर्ड्स में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का खिताब मिला और क्रिस्टोफर नोलान ने इसके लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का ऑस्कर पुरस्कार जीता।
भारत में झारखंड के एक गांव की घटना पर आधारित ‘टू किल ए टाइगर’ सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र फीचर श्रेणी में ऑस्कर के करीब पहुंचने के बाद पुरस्कार की दौड़ से बाहर हो गयी। इस श्रेणी में ‘20 डेज इन मारियुपोल’ ने खिताब अपने नाम किया।
वहीं, नोलान की ब्लॉकबास्टर बायोपिक ‘ओपेनहाइमर’ में परमाणु बम बनाने वाले व्यक्ति का किरदार निभाने के लिए सिलियन मर्फी को अपना पहला पुरस्कार मिला। मर्फी ने जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर के रूप में अपने शानदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता है।
फिल्म की कहानी बताती है कि कैसे लॉस अलामोस में ओपेनहाइमर और उसके साथियों ने 16 जुलाई 1945 को परमाणु बम का परीक्षण किया, बिना यह जाने कि क्या होना वाला है और इसका आगामी परिणाम क्या होगा। सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का ऑस्कर पुरस्कार एमा स्टोन (35) ने अपने नाम किया।
उन्होंने ‘‘पूअर थिंग्स’’ में बेला बाक्स्टर के किरदार के लिए यह पुरस्कार जीता। यह उनका सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का दूसरा ऑस्कर पुरस्कार है। उन्हें 2019 में ‘‘ला ला लैंड’’ के लिए भी ऑस्कर मिल चुका है।
एकेडमी अवॉर्ड्स को रविवार को विरोध प्रदर्शन का भी सामना करना पड़ा, जहां लॉस एंजिलिस के डोल्बी थिएटर के बाहर गाजा को लेकर प्रदर्शन किए गए। पुरस्कार समारोह की मेजबानी जिम्मी किमेल ने की।
रविवार को आयोजित पुरस्कार समारोह में ‘‘बार्बी’ फिल्म ने सिनेमेटोग्राफी और संपादन का पुरस्कार जीता। कनाडा की प्रोडक्शन ‘टू किल ए टाइगर’ का निर्देशन दिल्ली में जन्मी निशा पाहूजा ने किया है।
इसका टोरंटो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2022 में वर्ल्ड प्रीमियर किया गया था जहां इसने सर्वश्रेष्ठ कनाडाई फीचर फिल्म का पुरस्कार जीता था।



