
लेबर अड्डे के लिए नगर निगम ने चिन्हित किए 33 स्थल, शासन को भेजा गया प्रस्ताव
राजधानी में मजदूरों के लिए प्रस्तावि लेबर अड्डों के निर्माण के लिए नगर निगम ने 22 स्थान चिहि्नत कर प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। तीन मंजिला बनने वाले इन लेबर अड्डों में श्रमिकों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इन अड्डों के बनने के बाद श्रमिकों को खुले आसमान के नीचे सर्दी, तेज धूप और बारिश से जूझना नहीं पड़ेगा।
राजधानी में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर अस्थायी लेबर अड्डे हैं। इनमें प्रतिदिन सैकड़ों मजदूर काम में तलाश में पहुंचते हैं। जाड़े में कुहासे, गर्मी में चिलचिलाती धूप और मानसून सीजन में बारिश के बीच ये मजदूर खुले आसमान और वाहनों से भरी सड़क पर जुटते हैं। मजदूरों की इस समस्या को देखते हुए श्रम विभाग ने स्थायी लेबर अड्डे बनाने की योजना बनाई है।
तीन मंजिला प्रस्तावित इन लेबर अड्डों में मजदूरों के बैठने के साथ पानी, छाया, शौचालय आदि की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। निर्माण का जिम्मा श्रम विभाग और नगर निगम के पास है। नगर निगम को करीब दो महीने पहले जगह चिह्नित करने की जिम्मेदारी दी गई थी। अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार गुप्त ने बताया कि आठ जोन में 22 स्थान चिन्हित कर प्रस्ताव शासन भेज दिया गया है।
मजदूरों की परेशानी
हरदोई निवासी नरेश ने बताया कि कई वर्षों से लखनऊ में रहकर मजदूरी कर रहे हैं। घर में मां, पत्नी और तीन बच्चे हैं। कभी काम मिलता है, कभी खाली हाथ लौटना पड़ता है। लेबर अड्डे बनने से हमें सुविधा हो जाएगी। हरदोई के ही कमलेश ने बताया कि मैं मजदूरी ही कर सकता है। काम न मिलने पर बहुत दिक्कत होती है। काम के लिए धूप, बारिश में दो से तीन घंटे खड़े रहना पड़ता है।
स्थायी लेबर अड्डे बनाने की प्रक्रिया चल रही है। मुख्य स्थान का चयन अभी बाकी है। स्थान तय होने के साथ निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
सुमित कुमार, सहायक श्रमायुक्त



