वाराणसी: भगवान शिव की पवित्र नगरी काशी में सावन के तीसरे सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम और अन्य शिव मंदिरों में भक्तों व कांवड़ियों का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए करीब दो किलोमीटर लंबी कतार देखी गई। मंगला आरती के बाद मंदिर के द्वार खुलते ही ‘हर हर महादेव’ और ‘बम बम भोले’ के जयघोष से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों को कांवड़ियों के वेश में तैनात किया गया, साथ ही टेथर्ड ड्रोन और लगभग 400 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। भक्तों और कांवड़ियों के लिए रेड कार्पेट की व्यवस्था की गई है।
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्व भूषण मिश्र सहित अन्य अधिकारियों ने मैदागिन और गोदौलिया में श्रद्धालुओं पर फूल बरसाए। श्री मिश्र ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम को पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त तीर्थ बनाने का संकल्प लिया गया है। मंदिर प्रशासन ने भक्तों और कांवड़ियों से आग्रह किया है कि जल चढ़ाने के लिए प्लास्टिक के लोटे, गिलास, फूल-पत्तियों के लिए प्लास्टिक की टोकरी या अन्य प्लास्टिक सामग्री का उपयोग न करें। दुकानदारों से भी अनुरोध है कि वे फूल, माला, प्रसाद और दूध केवल कपड़े के थैलों, बांस की टोकरियों या मिट्टी के बर्तनों में ही प्रदान करें।
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