
सावन 2023 में अब इस दिन पड़ेगा अंतिम प्रदोष व्रत
सावन का महीना इस वर्ष 59 दिनों का है। सावन के महीने में इस वर्ष अधिक मास होने के कार दो नहीं बल्कि कुल चार प्रदोष व्रत का संयोग भी बना है। इस बार सावन का अंतिम प्रदोष व्रत सोमवार 28 अगस्त को पड़ने वाला है। अंतिम प्रदोष व्रत क्योंकि सोमवार को पड़ रहा है इसलिए इसको सोम प्रदोष कहा जाएगा।
हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का काफी महत्व है। इस दिन व्रत करने की भी अधिक महिमा बताई गई है। सावन के प्रदोष व्रत को करने से विशेष फल भक्तों को मिलता है। माना जाता है कि भगवान शिव को प्रदोष तिथि बेहद प्रिय है। भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए प्रदोष व्रत करना चाहिए।
इस दिन व्रत करने से व्यक्ति के सभी संकट दूर हो जाते है। इसलिए इस व्रत का प्रभाव काफी अधिक है। पुराणों और धर्म ग्रंथों के अनुसार प्रदोष व्रत को करने से भक्तों को मनोवांछित फल मिलता है। ये व्रत सभी इच्छाओं की पूर्ति करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।
सावन सोम प्रदोष व्रत की तिथि
सावन के महीने का अंतिम प्रदोष व्रत 28 अगस्त को पड़ने जा रहा है। इस दिन ही सावन का सोमवार भी है, जो कि इस सावन का अंतिम और आठवां सोमवार होने वाला है। सावन के सोमवार के शुभ अवसर पर प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा करने का भी खास विधान है।
माना जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में चंद्र दोष होता है उन्हें प्रदोष व्रत करना चाहिए। वहीं तनाव से मुक्ति पाने के लिए भी प्रदोष व्रत का काफी महत्व बताया गया है। माना जाता है कि सोम प्रदोष के दिन खुद भगवान शिव शिवलिंग में वास करते है।