
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने पहले की दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक की तारीफ
दिल्ली की आप सरकार के मोहल्ला क्लिनिक की तारीफ करने के कुछ ही घंटे बाद अपना रुख।
बदलते हुए कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री व कांग्रेस नेता दिनेश गुंडुराव ने शुक्रवार को कहा कि यह ‘बहुप्रचारित’ है और एक क्लिनिक का दौरा करने के बाद उन्हें ‘निराशा’ हुई। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के इस बदले हुए बयान पर अरविंद केजरीवाल नीत सरकार की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों ही विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) का हिस्सा हैं। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, गुंडुराव ने शुक्रवार को पंचशील पार्क स्थित आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक का दौरा किया। उनके साथ दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और कर्नाटक भवन के चिकित्सा अधिकारी कार्तिक थे। मोहल्ला क्लिनिक पहल की तारीफ करने के करीब चार घंटे बाद गुंडुराव ने अपना रुख बदल लिया।
कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली में एक मोहल्ला क्लिनिक का दौरा किया, वहां बमुश्किल ही कोई (मरीज) था। कर्नाटक में हमारे क्लिनिक में ज्यादा सुविधाएं हैं, प्रयोगशाला भी है, ताकि मरीजों की तत्काल जांच की जा सके।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘मुझे लगता है कि यह (मोहल्ला क्लिनिक) बहुप्रचारित है और मैं निराश होकर लौटा हूं।’’ आधिकारिक बयान के अनुसार, मोहल्ला क्लिनिक का दौरा करने के दौरान कर्नाटक के मंत्री ने वहां उपलब्ध सुविधाओं को देखा और कर्मचारियों से बातचीत की। दिल्ली सरकार का मोहल्ला क्लिनिक निवासियों को उनके आस-पड़ोस में मुफ्त प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधा प्रदान करने की पहल है। दिल्ली में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए मोहल्ला क्लिनिक कार्यक्रम केजरीवाल सरकार की प्रमुख पहलों में से एक है। पंचशील पार्क मोहल्ला क्लिनिक का दौरा करने के दौरान राव ने संवाददाताओं से बातचीत में मोहल्ला क्लिनिक मॉडल की प्रशंसा की थी और कहा था कि वे सुचारू ढंग से संचालित हो रहे हैं।
‘‘मैंने मोहल्ला क्लिनिक के बारे में बहुत कुछ सुना था और उन्हें देखना चाहता था। मैं इस बात पर चर्चा करना चाहता था कि वे (आप सरकार) स्वास्थ्य नीतियों को कैसे लागू करते हैं।’’ उन्होंने कहा था, ‘‘दक्षिण भारत के राज्यों जैसे तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में स्वास्थ्य हमेशा प्राथमिकता में रहा है। हर राज्य में कुछ न कुछ अच्छा है, जिससे हम सीख सकते हैं। हमारे यहां इससे मिलता-जुलता कुछ है… हमारे यहां नम्मा क्लिनिक हैं। हम देखना चाहते थे कि अपने तंत्र को कैसे बेहतर बना सकते हैं। मैंने मोहल्ला क्लिनिक देखा और वह सुचारू ढंग से काम कर रहा है और लोग इसकी तारीफ कर रहे हैं।
कांग्रेस के मंत्री से यह भी पूछा गया कि उनका यह दौरा क्या पूर्वनियोजित है, क्योंकि दोनों (कांग्रेस और आप) अब गठबंधन सहयोगी हैं, इसपर गुंडुराव ने कहा कि यह ‘विभागीय’ मामला है, ‘राजनीतिक’ नहीं। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘गठबंधन अलग मामला है और वह राजनीतिक है। हम अन्य राज्यों में भी जाएंगे। राजस्थान में भी स्वास्थ्य नीति है। यह भाजपा शासित राज्य भी हो सकते हैं (जहां हम जा सकते हैं)। संघवाद का यही सिद्धांत है।’’ भाजपा नीत केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए गुंडुराव ने कहा कि ‘‘यह ऐसी परिस्थितियां पैदा कर रही है, जहां साथ मिलकर काम करने का यह नजरिया खत्म हो रहा है।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘वे विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों को दुश्मन की तरह देखते हैं। राजनीतिक रूप से वे परेशान करते हैं और राज्य सरकारों को भी परेशान करते हैं। (दिल्ली सेवा) अध्यादेश जनता के मुद्दों को निष्प्रभावी कर रहा है। अगर आप निर्वाचित सरकार को कमजोर करते हैं, तो यह लोकतंत्र को कमजोर करता है। विचारों का आदान-प्रदान आवश्यक है और यह हमेशा होना चाहिए। मैंने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री को (कनार्टक) आने और विभिन्न मोर्चों पर जो कुछ भी किया जा रहा है, उसे देखने का न्योता दिया है।
भारद्वाज ने दिन में कहा था कि कनार्टक के स्वास्थ्य मंत्री गुंडुराव ने उन्हें बताया कि कर्नाटक के अस्पताल कितने अच्छे हैं। आप नेता ने कहा, ‘‘हम भी उनके राज्य का दौरा करेंगे। प्रत्येक राज्य को एक-दूसरे से सीखना चाहिए। उनके यहां आने से मैं बहुत खुश हूं।’’ इससे पहले दिन में, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुंडुराव के दौरे पर भारद्वाज के ट्वीट का संदर्भ देते हुए ट्विटर पर लिखा था कि दिल्ली भी कर्नाटक सरकार द्वारा किए गए अच्छे कामों से सीख लेगी। केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने मोहल्ला क्लिनिक का दौरा किया।
हम उनका और उनकी टीम का स्वागत करते हैं। हम सभी को एक-दूसरे से सीखना होगा। दिल्ली भी कर्नाटक सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों से सीखेगी।’’ राष्ट्रीय राजधानी में फिलहाल 500 से ज्यादा मोहल्ला क्लिनिक हैं। इनमें मरीजों को मुफ्त प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं की पेशकश की जाती है और 212 अलग-अलग तरह की जांच की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध है।