
जन औषधि केंद्र की दवाएं हुईं और सस्ती, 1800 से अधिक प्रकार की BP-Sugar व मस्तिष्क रोग से जुड़ी कई दवाओं के दाम में आई कमी
सरकारी अस्पतालों में खुले जन औषधि केंद्रों पर नए टेंडर के बाद कई दवाएं पहले से भी सस्ती हुईं हैं। इससे मरीजों को राहत मिल रही है। लोगों को सस्ती दवाएं मुहैया कराने के लिए सरकारी अस्पतालों के अलावा बाजारों में भी प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोले गए हैं। वर्तमान में लखनऊ में 220 केंद्र संचालित हो रहे हैं। इनमें 11 केंद्र सरकारी अस्पतालों में संचालित हैं। यहां पर जेनरिक दवाइयों की बिक्री की जाती है।
देश में मिलने वाली 87 फीसदी तक ब्रांडेड दवाएं भी इन केंद्रों पर 50 से 70 फीसदी तक सस्ते दर पर आसानी से उपलब्ध हो रहीं हैं। यह सुविधा केंद्र सरकार की ओर से संचालित महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। कुछ दिनों पहले हुए टेंडर के बाद कई अन्य दावों को जोड़ा गया है, जो यहां आसानी से मिल सकेंगी।
करीब 1800 से अधिक प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं। जन औषधि केंद्र के प्रभारियों का कहना है बीपी-शुगर व मस्तिष्क रोग से जुड़ी कई दवाओं के दाम में कमी आई है। पहले से 10 से 15 फीसदी सस्ती दर पर दवाएं मरीजों को मिल रही है।