
‘ड्राइविंग माय ड्रीम्स’ से हुई अंतरराष्ट्रीय बालिका सप्ताह की शुरुआत, 7500 बालिकाओं को नि:शुल्क ड्राइविंग प्रशिक्षण देने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मिशन शक्ति 5.0 के तहत शुक्रवार को प्रदेश भर में अंतरराष्ट्रीय बालिका सप्ताह की शुरुआत ‘ड्राइविंग माय ड्रीम्स’ कार्यक्रम से हुई। महिला एवं बाल विकास विभाग की इस अभिनव पहल ने नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को नया आयाम दिया। पहले दिन ही 3 हजार से अधिक बालिकाओं ने पंजीकरण कराया, जबकि लक्ष्य 7,500 बालिकाओं को निशुल्क ड्राइविंग प्रशिक्षण देने का है।
यह पहल केवल वाहन चलाना सिखाने तक सीमित नहीं, बल्कि बेटियों को आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास देने का मंच है। हर जिले से 100 बालिकाओं का चयन कर उन्हें सड़क सुरक्षा, ट्रैफिक संकेत, आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने और महिला सुरक्षा से जुड़े विषयों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ग्रामीण जिलों की कई बेटियों ने पहली बार स्टीयरिंग थामकर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाया। महाविद्यालयों की छात्राओं ने इस पहल को अपने करियर के लिए गेम-चेंजर बताया।
बेटियों के सपनों की उड़ान देने का संकल्प- एसीएस
अपर मुख्य सचिव लीना जोहरी ने कहा कि ‘ड्राइविंग माय ड्रीम्स’ बेटियों को उनके सपनों की उड़ान देने का संकल्प है। विभाग की निदेशक संदीप कौर ने बताया कि बेटियों की उत्साही भागीदारी ने स्पष्ट संदेश दिया है कि उत्तर प्रदेश की बेटियां अब हर राह पर आत्मविश्वास से आगे बढ़ेंगी। मिशन शक्ति 5.0 ने 22 सितंबर से 3 अक्टूबर तक 13.50 लाख लोगों तक पहुंच बनाई है। कन्या पूजन, नुक्कड़ नाटक और अब ड्राइविंग प्रशिक्षण जैसी पहलें नारी सशक्तिकरण का नया अध्याय लिख रही हैं।
पहले दिन पंजीकरण : 3,000 बालिकाएं
प्रशिक्षण लक्ष्य : 7,500 बालिकाएं
हर जिले से चयन : 100-100 बालिकाएं
प्रशिक्षण अवधि : न्यूनतम 1 माह
अब तक पहुंच : 13.50 लाख लोग (22 सितम्बर–3 अक्टूबर)
उद्देश्य : नारी सुरक्षा, स्वाभिमान और स्वावलंबन