एडीटोरियल
H-1B Visa के नए नियम दोनों देशों के लिए अच्छे
अमेरिका हर साल 85,000 नॉन-इम्मिग्रेंट H-1B Visa जबकि 65,000 विदेशियों को विदेशों में नियुक्ति और अमेरिकी स्कूल-कॉलेजों के एडवांस डिग्री कोर्सेज में दाखिले के लिए 20,000 लोगों को वीजा प्रदान करता है। इन कोटे का 70 प्रतिशत वीजा भारतीयों के हाथ ही लगता है। इनमें ज्यादातर को आईटी कंपनियां नियुक्त करती हैं।
ये आईटी प्रोफेशनल्स भारत के लिए कुछ सोचत करते क्यों नहीं? सारा बाजार तो हिन्दुस्तान में है। गूगल, फेसबुक सब तो हिन्दुस्तान से कमा रहे हैं, और आप हैं कि अमेरिका भाग रहे हैं।
रीयल डोनाल्ड ट्रम्प, अमेरिका के लिए तो अच्छा कर रहे हैं। अब ऐसा कदम भारतियों अथवा अन्य देशों को रास नहीं आ रहा तो उनके ठेंगे से। जनाब पहले अपना घर, अपना वतन देखिए।
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