
राज्यपाल ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी द्वारा नैक मूल्यांकन हेतु तैयार एस0एस0आर0 की समीक्षा की
प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आंनदीबेन पटेल ने आज यहाँ राजभवन में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी द्वारा नैक मूल्यांकन हेतु दाखिल की जाने वाली सेल्फ स्टडी रिपोर्ट की समीक्षा की।
विश्वविद्यालय इससे पूर्व तीन बार नैक मूल्यांकन प्राप्त कर चुका है और अब चौथी बार मूल्यांकन हेतु आई0आई0क्यू0ए0 (इंस्टीट्यूशनल इंफॉर्मेशन फॉर क्वालिटी एसेसमेंट) दाखिल कर चुका है तथा एस0एस0आर0 दाखिल करने की तैयारी कर रहा है। पूर्व के तीन मूल्यांकनों में विश्वविद्यालय ने वर्ष 2004 में ‘बी प्लस‘, वर्ष 2012 में ‘बी‘ तथा वर्ष 2018 में ‘सी‘ ग्रेड हासिल किया है।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की नैक हेतु गठित टीम से मूल्यांकन के सभी सातों क्राइटेरिया पर बिंदुवार तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि टीम के सभी सदस्य एक साथ बैठकर सभी मानकों का बिंदुवार अवलोकन अवश्य करें तथा किसी बिंदु के विवरणों में कमी अथवा छूटे हुए उल्लेखों को पूरा कराने में सामूहिक प्रयास करें।
क्राइटेरिया-1 में उन्होंने विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे ट्रांसजेंडर विद्यार्थियों की संख्या का उल्लेख करने को कहा। इसी क्राइटेरिया में उन्होंने विवरण प्रमाण तथा उनके फोटोग्राफ को पुनर्व्यवस्थित करने को कहा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को नैक की उपयोगिता बताते हुए इसकी मूल्यांकन प्रक्रिया से भी अवगत कराएं और विश्वविद्यालय द्वारा की जा रही तैयारियों में उनकी प्रतिभागिता भी सुनिश्चित करें।
टीचिंग, लर्निंग एण्ड इवैलुएशन की समीक्षा करते हुए राज्यपाल ने अनावश्यक उल्लेखों को हटाने तथा सभी प्रपत्रों पर रजिस्ट्रार के हस्ताक्षर सुनिश्चित कराने को कहा। इन्फ्रास्ट्रक्चर एण्ड लर्निंग रिसोर्स पर चर्चा करते हुए राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के सर्वाधिक
भ्रमणशील परिसर में छात्रों एवं शिक्षकों की उपलब्धियों, मेरिट लिस्ट को प्रदर्शित करने को कहा।उन्होंने महात्मा गाँधी की विशेष चर्चा को भी जोड़ा और कहा कि विश्वविद्यालय में उनके भ्रमण के प्रमाण और चित्रों आदि को भी अपने विवरण में जोड़ें।



