
फर्जी ITC क्लेम को बेचने और राजस्व को नुकसान पहुंचाने वालों पर सरकार की नजर, कई फर्मो में हो रही GST की चोरी
लखनऊ। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जीएसटी पंजीकरण प्राप्त करने वाले और कागजी कारोबार दिखाकर टैक्स चोरी करने वालों पर सरकार सख्ती दिखाने जा रही है। जीएसटी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के मामलों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि फर्जी आईटीसी क्लेम को बेचने और सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।
राज्य कर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, हाल में पकड़ी गईं कई फर्मों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जीएसटी पंजीकरण प्राप्त किया और कागजी कारोबार दिखाकर टैक्स चोरी की। ऐसी फर्में न केवल सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि जीएसटी प्रणाली की विश्वसनीयता को भी कमजोर करती हैं। विभाग ने इन फर्मों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है और पुलिस को मामले की गहन जांच के निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल, लखनऊ में फर्जी फर्मों के जरिए जीएसटी चोरी के कई मामले पकड़े गए। हाल के महीनों में, लखनऊ जोन में 90 से अधिक ऐसी फर्जी फर्मों का पता चला है, जिन्होंने लगभग 18 अरब रुपये की जीएसटी चोरी की है। राज्य कर विभाग ने फर्जी फर्मों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है और भविष्य में ऐसी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सख्त निगरानी और डिजिटल सत्यापन प्रणाली को और मजबूत करने की रणनीति बनाई गई है।