नई दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय मैचों की वापसी से भारतीय हॉकी के पूर्व दिग्गज खुश
एक दशक के इंतजार के बाद नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय मैच की वापसी से भारतीय हॉकी के पूर्व दिग्गज हरबिंदर सिंह और जफर इकबाल खासे उत्साहित हैं। नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में 23 और 24 अक्टूबर को भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक की
रजत पदक विजेता का मुकाबला करेगी। अरसे बाद हो रहे इस मैच को देखने के लिए हॉकी इंडिया ने कई पूर्व हॉकी सितारों को न्योता भेजा है। भारत ने आखिरी बार जनवरी 2014 में मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में हीरो हॉकी वर्ल्ड लीग का फाइनल खेला था।
ओलंपिक में 1964 टोक्यो स्वर्ण, 1968 मेक्सिको कांस्य और 1972 म्यूनिख कांस्य के विजेता पद्म श्री हरबिंदर सिंह ने कहा, 1972 में मैंने आखिरी बार राष्ट्रीय टीम के लिए दिल्ली में हॉकी खेली थी। मुझे याद है कि शिवाजी स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था
और प्रशंसक खड़े होकर हमारा उत्साह बढ़ा रहे थे। मेरा मानना है कि बहुत सारे प्रशंसक भारत और जर्मनी का उत्साह बढ़ाने के लिए भी आएंगे। आख़िरकार वे एक दशक के बाद एक उच्च-स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय मैच देखेंगे।
1980 के मास्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता और 1982 में दिल्ली में एशियाई खेलों की रजत विजेता टीम के कप्तान जफर इकबाल ने कहा, “हमारे युग में, हॉकी के बहुत बड़े प्रशंसक थे।
नेहरू गोल्ड कप, एशियाई खेलों और अन्य अंतरराष्ट्रीय मैचों जैसे आयोजनों में बहुत सारे समर्थक शामिल हुए और जिन विशाल स्टेडियमों में हम खेले, उनमें हमेशा उत्साह का माहौल था। जर्मनी एक कठिन टीम है, हमने उन्हें टोक्यो ओलंपिक में हराकर कांस्य पदक जीता। हाल ही में पेरिस में सेमी फाइनल में उनसे मुकाबला हुआ था, इसलिए मुझे यकीन है कि भारतीय उनसे आगे निकलने के लिए पूरा जोर लगायेगी।