
राज्यसभा में वंदे मातरम् पर चर्चा शुरू, बोले अमित शाह- राष्ट्रशक्ति का है भाव
संसद के शीतकालीन सत्र के सातवें दिन राज्यसभा में ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर विशेष चर्चा आयोजित हुई। इस चर्चा की शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की, जिसमें उन्होंने राष्ट्रगीत को राष्ट्रशक्ति का प्रतीक बताते हुए कहा कि ‘वंदे मातरम्’ केवल एक गीत नहीं, बल्कि देश की एकता, स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा और राष्ट्रशक्ति का भाव है।
अमित शाह के प्रमुख बिंदु:
– ‘वंदे मातरम्’ को स्वतंत्रता आंदोलन की ऊर्जा का स्रोत बताया, जो अंग्रेजों के खिलाफ भारतीयों को एकजुट करने वाला मंत्र था।
– उन्होंने इसे राष्ट्रीय एकता का प्रतीक कहा और आधुनिक भारत में इसकी प्रासंगिकता पर जोर दिया, खासकर राष्ट्रशक्ति के भाव को जगाने में।
– शाह ने ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा 1875 में लिखे गए इस गीत के योगदान को रेखांकित किया।



