
मुख्य सचिव एवं भारत सरकार में जल शक्ति मंत्रालय की सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम
लखनऊ – प्रदेश के मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र एवं भारत सरकार में जल शक्ति मंत्रालय की सचिव सुश्री विनी महाजन ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ जल जीवन मिशन तथा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के कार्यों की समीक्षा की।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) दोनों ही महत्वपूर्ण योजनायें हैं। इन दोनों योजनाओं में प्रदेश का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है, आगे भी इसी तरह का प्रदर्शन रहना चाहिये। जिन जनपदों में इन योजनाओं की धीमी प्रगति है, वहां तेजी लायी जाये। मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी इन योजनाओं की नियमित रूप से समीक्षा करें।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की सचिव सुश्री विनी महाजन ने कहा कि देशभर में चल रही जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना में उत्तर प्रदेश एक रोल मॉडल बनकर सामने आया है। यूपी ने चार साल में जल जीवन मिशन में बड़े मुकाम तय किए हैं। 50 प्रतिशत घरों को टैप वाटर कनेक्शन देने के मामले में उत्तर प्रदेश द्वारा देश में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उन्होंने प्रदेश के अधिकारियों की सराहना की।
उन्होंने हर घर जल पहुंचने से बुंदेलखंड में आए परिवर्तन और वहां हो रहे काम की निरंतर प्रगति पर प्रसन्नता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत चल रहे कार्यों की गुणवत्ता व सस्टेनेबिटिटी पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पानी को स्वच्छ करने के लिये क्लोरीन को निर्धारित मात्रा में मिलाना चाहिये। इसके जिंगल्स बनाकर प्रचार-प्रसार किया जाये। हर जनपद में स्कीम इंफॉर्मेशन बोर्ड लगाया जाये।
बैठक में बताया गया कि उत्तर प्रदेश में अब तक 1.69 करोड़ घरों को नल कनेक्शन उपलब्ध कराने में सफल रहा है, जो कुल घरों का 64.60 प्रतिशत है। जल जीवन मिशन सर्वेक्षण में यूपी के 2 जनपद-औरैया और संत रविदास नगर ने अचीवर्स श्रेणी के अन्तर्गत टॉप-3 स्थान हासिल किया है। यहां टैप कनेक्शन कवरेज का कार्य 50 से 75 प्रतिशत के मध्य है। वहीं जौनपुर और अलीगढ़ को परफॉर्मर्स की श्रेणी में टॉप 3 में स्थान प्राप्त किया है। परफॉर्मर्स जनपदों का टैप कनेक्शन कवरेज 25 से 50 प्रतिशत के बीच है। इसी प्रकार मथुरा जनपद ने एस्पिरेशनल श्रेणी में टॉप 3 में जगह बनाई है। एस्पिरेशनल जिलों को 0 से 25 प्रतिशत टैप कनेक्शन कवरेज में रखा गया है। जल जीवन सर्वेक्षण के तहत सबसे तेजी से बढ़ते परफॉर्मर जिलों में यूपी का अंबेडकरनगर पहले और सुल्तानपुर तीसरे स्थान पर है। वहीं अचीवर्स में बदायूं दूसरे स्थान पर है।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की समीक्षा के दौरान बताया गया कि उत्तर प्रदेश में सभी 95,767 गांवों को ओडीएफ प्लस घोषित किया जा चुका है। 2023-24 में अब तक 41,665 गांवों को ओडीएफ प्लस का दर्जा दिया गया है, जबकि इस दौरान 4164 गांवों को ओडीएफ प्लस मॉडल गांव का भी दर्जा दिया गया। कुल 4,329 ओडीएफ प्लस मॉडल गांवों में से 2,058 का सत्यापन भी किया जा चुका है। बुलंदशहर में सर्वाधिक 38.3 प्रतिशत गांवों को ओडीएफ प्लस मॉडल विलेज घोषित किया गया है। आकांक्षात्मक जिलों में श्रावस्ती ने सर्वाधिक 80 गांवों को ओडीएफ प्लस मॉडल गांव घोषित किया है। गंगा के निकटवर्ती सभी गांवों को मार्च, 2024 तक ओडीएफ प्लस-मॉडल के रूप में घोषित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
बैठक में भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव एवं मिशन निदेशक जल जीवन मिशन श्री विकास शील तथा जल जीवन मिशन के निदेशक प्रदीप सिंह तथा उत्तर प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति श्री अनुराग श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम, प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) श्री बलकार सिंह, ग्राम्य विकास आयुक्त श्री गौरी शंकर प्रियदर्शी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।
इसके अतिरिक्त वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समस्त जनपदों के जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी तथा सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।



