उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में वृहद रोजगार मेले का शुभारम्भ किया, युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर स्थित मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में वृहद रोजगार मेले का शुभारम्भ किया।

इस अवसर पर उन्होंने एक जनपद एक उत्पाद योजना (ओ0डी0ओ0पी0), प्रधानमंत्री स्वनिधि, पी0एम0 विश्वकर्मा योजना तथा किसान क्रेडिट कार्ड योजना के लाभार्थियां को 500 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया।

यह ऋण बड़ौदा यू0पी0 बैंक द्वारा प्रदान किया गया है। मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न कम्पनियों मे चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र का वितरण भी किया। उन्होंने विभिन्न बैंकां के स्टॉलों का अवलोकन किया।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज शारदीय नवरात्रि की महाष्टमी की तिथि पर महायोगी गोरक्षनाथ की इस पावन धरा पर 40,000 युवा ‘मिशन रोजगार’ के अन्तर्गत रोजगार प्राप्त करेंगे।

विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी लगभग 600 करोड़ रुपये का ऋण प्राप्त करेंगे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का उद्देश्य है कि हर हाथ को काम और हर खेत को पानी मिलें। भारत सरकार व प्रदेश सरकार ने अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चलायी हैं।

जन-धन योजना के तहत प्रत्येक जरूरतमन्द नागरिकों का बैंक खाता खुलवाकर सभी योजनाओं का लाभ डी0बी0टी0 के माध्यम से सीधे उनके खातों में पहुंचाने का काम किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल इण्डिया के माध्यम से प्रत्येक गांव एवं प्रत्येक व्यक्ति को डिजिटली सक्षम बनाया जा रहा है। इससे रोजगार सृजन हुए हैं।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में मेक इन इण्डिया, स्टार्ट-अप इण्डिया, स्टैण्ड-अप इण्डिया, पी0एम0 मुद्रा योजना जैसी योजनाओं के साथ ही पी0एम0 विश्वकर्मा योजना को आगे बढ़ाने का कार्य हुआ है।

इन योजनाओं ने आज भारत के युवाओं के लिए देश में ही नौकरी और रोजगार की ढेर सारी सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया है। आज इसका परिणाम है कि गोरखपुर में वृहद रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है।

इस रोजगार मेलें में 125 प्रतिष्ठित कम्पनियां भागीदारी कर रही है।

मुख्यमंत्री ने व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा विभाग, कौशल विकास से जुड़े विभाग तथा श्रम एवं सेवायोजन विभाग से रोजगार मेले में आये हुए सभी युवाओं का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य रूप से करने के लिए निर्देशित किया।

उन्होंने कहा कि आज रोजगार मेले में जिन युवाओं को रोजगार प्राप्त नहीं होता है, उनका रजिस्ट्रेशन कराकर, उन्हें किसी न किसी इण्डस्ट्री के साथ पी0एम0 इण्टर्नशिप और मुख्यमंत्री इण्टर्नशिप स्कीम के साथ जोड़ने का कार्य करें।

उन्हें प्रशिक्षण के अन्तर्गत जो मानेदय प्रदान किया जायेगा, उसका 50 प्रतिशत सरकार तथा 50 प्रतिशत इण्डस्ट्री द्वारा दिया जायेगा।

इसके अन्तर्गत प्रशिक्षित युवाओं के पास अनुभव होगा और भविष्य में उनको अच्छे पैकेज पर रोजगार प्राप्त होगा, जिससे उनकी ऊर्जा तथा प्रतिभा का लाभ समाज व देश को प्राप्त होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत मे हमेशा यह मान्यता रही है कि अयोग्यः पुरुषो नास्ति, अर्थात कोई अयोग्य नहीं है। अयोग्य व्यक्ति उस समाज में होता है, जहां पर कोई मार्गदर्शक नहीं होता।

अगर अच्छे मार्गदर्शक हैं, तो हर व्यक्ति को काम मिल सकता है। डबल इंजन की सरकार का यही लक्ष्य है कि बिना भेदभाव के सभी को काम मिले।

आज प्रदेश सरकार आपके लिए ढेर सारी सम्भावनाओं को लेकर आयी है। वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में कोई निवेश नहीं करता था, परन्तु आज देश व दुनिया के निवेशक राज्य में निवेश करने के लिए लालायित है।

विगत दिनों यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से 38 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।

जब यह निवेश जमीनी धरातल पर उतरेगा, तो इसके माध्यम से 01 करोड़ 10 लाख युवाओं को रोजगार प्राप्त होंगे। युवाओं को अपने घर व गांव के पास ही रोजगार और नौकरी मिल जायेगी।

उन्हें देश-दुनिया में कही और जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। युवाओं को अपने प्रदेश में ही अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्राप्त होगा। यह प्रदेश सरकार की सकारात्मक सोच के कारण ही सम्भव हो पा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने परम्परागत उद्यमों को ओ0डी0ओ0पी0 के माध्यम से आगे बढ़ाने का कार्य किया है। इसे टेक्नोलॉजी, पैकेजिंग तथा मार्केटिंग के साथ जोड़ा गया है।

कोविड महामारी के दौरान जब प्रदेश के 40 लाख प्रवासी वापस आये, तो उन्हें रोजगार देने का एक बड़ा संकट था। उत्तर प्रदेश सरकार ने इन परम्परागत कार्य करने वाले श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराकर यह सिद्ध कर दिया कि सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने पर क्या नहीं किया जा सकता।

कोविड के पश्चात जब दूसरे राज्यों के उद्यमियों ने यहां के श्रमिकों को वापस बुलाने की बात कही, तो हमने कहा कि अब यह श्रमिक अपने घरों के आस-पास रहकर ही नौकरी प्राप्त कर चुके हैं।

उन्हें अब कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है। जिस कारण उन राज्यों की अर्थव्यवस्था में नकारात्मक परिणाम देखने को मिले, जबकि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था महामारी के दौरान भी समृद्ध रही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हर व्यक्ति किसी न किसी रोजगार में लगा रहता है, तो वह अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ प्रति व्यक्ति आय को बढ़ाता है।

यह प्रदेश, समाज व परिवार में खुशहाली का आधार बनता है। वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में धार्मिक, हेरिटेज तथा ईको-टूरिज्म के लिए 03 करोड़ लोग ही आते थे, परन्तु अब 32 करोड़ लोग आते हैं। आज धार्मिक पर्यटकों में होम स्टे की मांग बढ़ी है।

प्रत्येक परिवार पारिवारिक वातावरण में रहना चाहता है। अयोध्या में 450 होम स्टे का रजिस्ट्रेशन कराने का कार्य किया गया है, जो आगे चलकर 1,500 से ज्यादा होने जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन के माध्यम से विभिन्न भाषाओं में प्रशिक्षित युवाओं को मार्गदर्शक/गाइड के रूप में रोजगार प्राप्त होगा।

धार्मिक स्थलों में फूल-मालाओं को चढ़ाने के पश्चात उन्हें इधर-उधर न फेंककर, एक जगह इकट्ठा करके इससे धूपबत्ती व इत्र बनाया जा सकता है। इससे लोगां को रोजगार और वेस्ट को वेल्थ में बदलने का अवसर प्राप्त होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में रोजगार और नौकरी की कमी नहीं है। केन्द्र और राज्य सरकार आपको रोजगार देने लिए प्रयास कर रही है। इसलिए यह रोजगार मेला यहां पर आयोजित किया गया है।

इसके लिए आगे हम सभी को निरन्तर प्रयास करना होगा। राज्य सरकार 02 करोड़ युवाओं को टैबलेट और स्मार्ट फोन देने का कार्य कर रही है। टैबलेट और स्मार्टफोन के माध्यम से युवाओं को तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद अयोध्या में परिवहन निगम की 51 बसों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया है। इन बसों की विशेषता यह है कि इसके चालक व परिचालक दोनों ही महिलाएं है।

महिलाएं हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रही है। प्रदेश सरकार उन्हें आगे बढ़ाने में हर प्रकार से मदद कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ौदा यू0पी0 बैंक ग्रामीण क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक है। यह रोजगार के लिए लोन देने की दिशा में बेहतर काम कर रहा है। इसे और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।

बैंक सी0डी0 रेशियो को बढ़ाएं, योजनाओं को प्रशिक्षण से जोड़कर ऋण उपलब्ध कराएं, जिससे रोजगार और स्वरोजगार को बढ़ावा मिले।

पी0एम0 विश्वकर्मा, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्टैण्ड-अप योजना सहित उत्तर प्रदेश की विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना अनेक योजनाएं हैं।

इन योजनाओं का लाभ आप ले सकते हैं। इन योजनाओं से लाभान्वित होकर बेहतर प्रयास किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो युवा आज यहां नियुक्ति पत्र प्राप्त नहीं कर पाये, वे निराश न हो। और प्रयास करे, जिस क्षेत्र में जाना चाहते हैं, उसमें प्रशिक्षण लें। रोजगार की गारण्टी सरकार देगी।

उनके लिए रोजगार और नौकरी की कमी नहीं होगी। हर घर जल योजना के तहत प्रत्येक गांव में प्रशिक्षित प्लम्बर की आवश्यकता होगी। आज 56,000 गांवों के लिए बी0सी0 सखी का चयन हो चुका है।

इसी प्रकार गारमेण्ट के क्षेत्र में भी लोगों को रोजगार प्रदान किये जा रहे हैं।

इस अवसर पर केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री श्री पंकज चौधरी ने कहा कि इस रोजगार मेले के माध्यम से प्रदेश सरकार ने जॉब सीकर व जॉब प्रोवाइडर को एक साथ मंच दिया है।

विगत 06 वर्षां में उत्तर प्रदेश सरकार ने 05 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी हैं, जिसमे योग्यता को ही चयन का पैमाना बनाया है। इसमें किसी तरह के भ्रष्टाचार या सिफारिश की कोई गुंजाइश नहीं है।

मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश की पहचान बदलने का काम किया है।

साथ ही, ऐसा माहौल बनाया है कि देश ही नहीं, बल्कि दुनिया से भी लोग निवेश करने आ रहे हैं। प्रधानमंत्री जी व मुख्यमंत्री जी का प्रयास गरीब कल्याण के साथ युवाओं को रोजगार दिलाने का है।

इसके लिए स्किल डेवलपमेण्ट पर लगातार ध्यान दिया जा रहा है। रोजगार व स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए देश में 41 करोड़ लोगों को 23 लाख करोड़ रुपये मुद्रा लोन दिया गया है।

देश में 01 लाख से अधिक स्टार्ट-अप चल रहे हैं। इसी क्रम में महिलाओं को स्वयंसेवी समूहों से जोड़कर स्वावलम्बी बनाया जा रहा है। देश मे 1.20 करोड़ स्वयंसेवी समूह हैं और हर समूह से 15 से 20 महिलाएं जुड़ी हैं।

वृहद रोजगार मेले में व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री कपिलदेव अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश चहुंमुखी विकास की ओर अग्रसर है।

मुख्यमंत्री जी ने ‘वेक अप यू0पी0’ का मंत्र देकर युवाओं को लगातार कौशल विकास और रोजगार से जोड़ने का अभियान चलाया है। प्रधानमंत्री जी के जल जीवन मिशन से भी युवाओं को जोड़कर उन्हें सेवायोजित किया जा रहा है।

प्रदेश सरकार युवाओं को नौकरी पाने वाले की बजाय नौकरी देने वाला बनाने पर भी फोकस कर रही है।
कार्यक्रम को सांसद श्री रवि किशन शुक्ल ने भी सम्बोधित किया।

इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा एवं कौशल विकास श्री एम0 देवराज, प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन श्री अनिल कुमार तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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