धोखा-धड़ी
प्रबन्धतंत्र ही लुटवा रहा Banks में जमा गरीबों की जमापूंजी
जिन 14 सरकारी और प्राइवेट Banks ने कनिष्क गोल्ड को लोन दिया है उनमें एसबीआई सबसे आगे है। 25 जनवरी 2018 को लिखे लेटर में एसबीआई ने कनिष्क पर रिकॉर्ड्स में फेरबदल और रातोंरात दुकान बंद करने का आरोप लगाया है।
मूलधन 824 करोड़ रुपये का है, लेकिन ब्याज को भी जोड़ लें तो Banks को 1 हजार करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। इसकी जानकारी सबसे पहले एसबीआई ने 11 नवंबर 2017 को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ( आरबीआई) को दी। जनवरी तक दूसरे Banks ने भी रेग्युलेटर को धोखाधड़ी के बारे में बताया।
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