
गोरखपुर छात्र हत्याकांड के आरोपी पशु तस्कर अजहर की मौत, ग्रामीणों की पिटाई से हुआ था घायल
गोरखपुर। यूपी में गोरखपुर जिले में पिपराइच में नीट की तैयारी कर रहे छात्र दीपक गुप्ता की हत्या में शामिल पशु तस्कर अजहर हुसैन की शुक्रवार सुबह मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि दीपक गुप्ता की हत्या में शामिल पशु तस्करों में शामिल अजहर हुसैन (32) की मौत हो गई है। बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती अजहर से पूछताछ में उसके साथियों का नाम मिला था। अजहर को ग्रामीणों ने सोमवार की रात पकड़ा था।
महुआचाफी गांव में पशु तस्करों की घेराबंदी के दौरान उसकी पिकअप फंस गई थी। ग्रामीणों ने उसे पकड़कर जमकर पिटाई करने के बाद पुलिस को सौंप दिया। गंभीर हालत में उसे बीआरडी मेडिकल कालेज के सर्जरी विभाग में भर्ती कराया गया था। 17 सितंबर की रात 12 बजकर 5 मिनट पर अजहर को अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसके सिर और कंधे में गंभीर चोटें थीं।
पुलिस की कड़ी सुरक्षा में उसका इलाज चल रहा था और मजिस्ट्रेट ने बुधवार को उसका बयान भी दर्ज किया था। बयान में उसने अपने साथियों के नाम बताए थे, जिसके आधार पर पुलिस नेटवर्क की तहकीकात कर रही थी। शुक्रवार आज अचानक उसकी हालत बिगड़ गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
इस घटना में कुल आठ तस्करों की पहचान हुई थी। इनमें से रहीम को कुशीनगर में मुठभेड़ के दौरान पकड़ा गया था जबकि छोटू, राजू और रामलाल पुलिस की गिरफ्त में हैं। अजहर अब मौत के बाद आरोपियों की सूची से बाहर हो गया है। फरार चल रहे मन्नू सेठ और जुबैर की तलाश में एसटीएफ और पुलिस की कई टीमें बिहार व पश्चिमी यूपी में लगातार दबिश दे रही हैं।
एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार ने बताया कि अजहर हुसैन महुआचाफी कांड का अहम खिलाड़ी था। उसके मरने से कई राज दफन हो गए लेकिन उसके दिए बयान से नेटवर्क की जानकारी मिली है। फरार आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले सोमवार की देर रात गोरखपुर के पिपराइच क्षेत्र के मऊआचापी गांव में पशु तस्करों और ग्रामीणों के बीच भिड़ंत के दौरान 19 वर्षीय छात्र दीपक की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। आरोपियों ने पीट.पीटकर उसका सिर कुचल दिया और शव को चार किलोमीटर दूर फेंक दिया था।
इस घटना ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। घटना के करीब 23 घंटे बाद मंगलवार रात एसएसपी राज करन नय्यर ने लापरवाही बरतने पर जंगल धूषण चौकी इंचार्ज ज्योति नारायण तिवारी समेत चार कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया और पूरी चौकी के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी।