
पंत की भारत वापसी, विशेषज्ञों से सलाह के बाद पुनर्वास की तैयारी
मुंबई। भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत अपने पैर की चोट के बाद स्वदेश लौट आए हैं और जल्द ही बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) में पुनर्वास शुरू करेंगे। इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान 23 जुलाई को उनके दाहिने पैर में फ्रैक्चर हुआ था। इस विकेटकीपर-बल्लेबाज ने हाल ही में मुंबई में विशेषज्ञों से परामर्श किया और अपनी चोट की स्थिति का आकलन करवाया। सूत्रों के अनुसार, उनके पैर पर अभी भी पट्टियाँ बंधी हैं।
पंत (27) का लक्ष्य अक्टूबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली घरेलू सीरीज में वापसी करना है। यदि यह संभव नहीं हुआ, तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अक्टूबर-नवंबर में होने वाली सीमित ओवरों की सीरीज उनके लिए वापसी का एक मजबूत विकल्प हो सकती है। विशेषज्ञों ने उन्हें पुनर्वास के लिए सीओई में जाने की सलाह दी है।
मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन क्रिस वोक्स की गेंद से चोटिल होने के बाद पंत को 37 रन पर मैदान छोड़ना पड़ा था। अगले दिन, उन्होंने सभी को हैरान करते हुए पट्टियों के साथ बल्लेबाजी की और 54 रनों की शानदार पारी खेली। हालांकि, चोट की गंभीरता के कारण वे ओवल में खेले गए अंतिम टेस्ट में हिस्सा नहीं ले सके, जिसमें भारत ने जीत हासिल कर सीरीज बराबर की।
पंत इंग्लैंड में कुछ समय तक रुके और हाल ही में भारत लौटे। इस दौरान, वे सोशल मीडिया पर अपनी रिकवरी प्रक्रिया के बारे में अपडेट साझा करते रहे। उनकी एक ताजा पोस्ट में प्रेरणादायक संदेश था: “चोट का दर्द हर बार एक जैसा होता है, चाहे आपने पहले कितना ही सहा हो। लेकिन सकारात्मक रहना और खुद को प्रेरित करना आपको मजबूत बनाता है। अपने लक्ष्य की दिशा में मेहनत करते रहें, क्योंकि जो आपको नष्ट नहीं करता, वह आपको और सशक्त बनाता है।”
पंत का करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। 2022 में एक गंभीर कार दुर्घटना में वे बाल-बाल बचे, जिसके बाद घुटने की चोट ने उन्हें लंबे समय तक मैदान से दूर रखा। इसके अलावा, लॉर्ड्स टेस्ट में उनकी उंगली में चोट लगी थी, जिसने उनकी विकेटकीपिंग को प्रभावित किया। फिर भी, पंत का जुझारूपन और सकारात्मक रवैया उन्हें प्रशंसकों का प्रिय बनाता है।