
75% उपस्थिति दर्ज न होने पर स्कूल कर्मियों को रुक सकता है वेतन, सख्त हुआ शिक्षा विभाग
बेसिक स्कूलों में छात्र उपस्थिति को लेकर शिक्षक गंभीर नहीं दिख रहे हैं। जिलों में पोर्टल पर दर्ज उपस्थिति की समीक्षा ने लापरवाही सामने आई है। प्रदेश में सैकड़ों ऐसे विद्यालय पाए गए हैं, जहां बच्चों की उपस्थिति 75 फीसद से कम पाई गई है।
बच्चों की पढ़ाई संग सीएम डैशबोर्ड की रैकिंग गिरने को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। जिले में ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद विद्यालयों में पढ़ाई शुरू हुए 19 दिन बीत गए हैं। निजी स्कूलों में बच्चों के दाखिले को लेकर होड़ मच रही है तो बेसिक स्कूलों में दाखिला तो दूर बच्चे पढ़ने भी नहीं आ रहे हैं।
लिहाजा विद्यालयों में उपस्थिति का आंकड़ा तेजी से नीचे गिर रहा है। इसका खुलासा विद्यालयों के अध्यापकों द्वारा आईवीआरएस प्रणाली के माध्यम से प्रेषित छात्र उपस्थिति की समीक्षा में हुआ है।शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कहाना है कि चिन्हित किए गए विद्यालयों के प्रधान शिक्षकों को नोटिस दी जाएगी जुलाई में 75 फीसद से कम उपस्थिति पर पूरे स्कूल कर्मी का वेतन बाधित करने के साथ शासन को कार्रवाई की संस्तुति की चेतावनी दी गई है।