
महाकुंभ भगदड़ में 14 श्रद्धालुओं की मौत, मौनी अमावस्या पर नागा साधु-संतों का अमृत स्नान शुरू, हेलीकॉप्टर से की गई पुष्प वर्षा
महाकुंभ नगर। महाकुंभ मेले में बुधवार तड़के मौनी अमावस्या पर करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ में भगदड़ जैसी स्थिति बनने से कई लोगों के हताहत होने की आशंका है। सूत्रों के मुताबिक भगदड़ में 14 श्रद्धालुओं की मौत हुई और 50 से अधिक लोग घायल हैं। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। इस घटना के बाद सभी अखाड़ों ने अमृत स्नान नहीं करने का निर्णय किया है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कुंभ मेला की स्थिति को लेकर बात की।
मौनी अमावस्या के अवसर पर त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान कर रहे नागा साधु-संतों पर पुष्प वर्षा की गई। हालांकि परंपरा के अनुसार सबसे पहले महानिर्वाणी और अटल अखाड़े को निकलना चाहिए था, लेकिन भगदड़ की घटना के बाद आखाड़े के लोग स्नान को तैयार नहीं थे। लेकिन प्रशासन के काफी प्रयास के बाद नागा साधु-संत स्नान को लिए अखाड़े से निकले। इस दौरान उन पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई।
वहीं, हादसे पर मेला के लिए विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा ने पत्रकारों को बताया कि संगम नोज पर बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई जिसमें कुछ लोग घायल हुए हैं और उनका अभी इलाज चल रहा है। घायलों को मेला क्षेत्र में स्थापित अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां कई घायलों के रिश्तेदार भी पहुंच गए हैं।
इस बीच, अमृत स्नान करने पहुंचा प्रथम अखाड़ा महानिर्वाणी बिना स्नान किए लौट गया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने पत्रकारों को बताया, ‘‘अखाड़ा परिषद ने आज की घटना को देखते हुए यह निर्णय किया कि आज हम सभी अखाड़े अमृत स्नान नहीं करेंगे।’’ अस्पताल के बाहर रोते हुए सरोजनी नामक महिला ने बताया, “दो बसों में हमारा 60 लोगों का बैच आया है। हम समूह में नौ लोग थे कि अचानक धक्का मुक्की हुई और कई लोग गिर गए। हम फंस गए और भीड़ बेकाबू हो गई।