
हिमंता को PM मोदी का मंत्र, सरकार की बुराई सुनने के लिए रखें शून्य काल
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा दिल्ली दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से लेकर कई बड़े मंत्रियों से मुलाकात की। इनमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी शामिल थे। इसके बाद हिमंता बिस्वा सरमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। अपनी मुलाकात को लेकर हिमंता ने कुछ खास बातें कही हैं। हिमंता ने एक प्रतिष्ठित समाचार प्रतिष्ठान से बातचीत करते हुए कहा कि मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें एक अनमोल सुझाव दी है। हिमंता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें कैबिनेट की बैठकों के दौरान जीरो ऑवर की अवधारणा अपनाने को कहा है जिससे उन्हें सरकार के बारे में आलोचना सुनने को मिलेगा। हिमंता ने कहा कि वह प्रधानमंत्री के इस सुझाव को अमल में लाएंगे और इसके लिए एक वरिष्ठ मंत्री को जिम्मेदारी दी जाएगी। मंत्रियों द्वारा बताई गई समस्याओं का निवारण करने का प्रयास किया जाएगा।
इतना ही नहीं, हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए जो कुछ भी अनुभव किया उन सब के बारे में मैंने जानकारी लेने की कोशिश की। हिमंता ने कहा कि मोदी जी ने जैसा गुजरात में किया है वैसा मैं असम में करने की कोशिश करूंगा। हिमंता ने कहा कि आपके काम को अच्छा बोलने वाले ज्यादा लोग मिलेंगे लेकिन बुराई करने वाले कम मिलेंगे।। हालांकि जब तक आप बुराई नहीं सुनोगे तब तक आप अपने काम में सुधार नहीं कर सकते हो। हिमंता ने दावा किया कि प्रधानमंत्री ना सिर्फ बुराई और आलोचनाओं को सुनते हैं बल्कि उनमें सुधार करने के लिए भी लगातार काम करते हैं।
कई राज्यों और केंद्र के बीच चल रहे टकराव पर हेमंता ने कहा कि यह नहीं होना चाहिए। हाल में ही प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया था जहां चक्रवात यास पर बुलाई गई बैठक को ममता बनर्जी छोड़कर चली गई थीं। इस पर हेमंता ने कहा कि प्रधानमंत्री पद का सम्मान करना चाहिए। इस तरह से देश नहीं चल सकता है। एक मुख्यमंत्री ऐसा कैसे कर सकता है। यह कैसे कह सकता है कि प्रधानमंत्री का इंतजार क्यों करूं ।मैंने अपने पूरे राजनीतिक कैरियर में इस तरह की बातें ना कभी सुनी है और ना ही देखी है। उन्होंने कहा कि अपने अहंकार को अलग रखकर प्रधानमंत्री का अभिवादन किया जाना चाहिए था। हेमंता ने कहा कि मुख्यमंत्री को सोनिया गांधी से मिलने के लिए वेटिंग रूम में 2-3 घंटे इंतजार किए हैं। हिमंता ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में वह सभी के लिए काम करने को लेकर प्रतिबद्ध है। किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।