सीएम योगी ने जिस मेडिकल कॉलेज का किया शिलान्यास उस पर राजनीति शुरू
सीएम योगी ने बुधवार को चंदौली जिले में मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया। इस मेडिकल कॉलेज का निर्माण करीब 500 करोड़ रुपये की लागत से होगा। यह मेडिकल कॉलेज सैयदराजा विधानसभा के माधोपुर में उद्यान विभाग की जमीन पर बनेगा। मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास होने से पहले ही इस पर राजनीति शुरू हो गई है।
मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास को लेकर समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है। कि मेडिकल कालेज का शिलान्यास सपा की सरकार में हो चुका है। बता दें, कि इससे पूर्व सपा सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिसंबर 2015 में चंदौली को सरकारी मेडिकल कॉलेज की सौगात दी थी।
राज्य मंत्रिमंडल ने इस कॉलेज के निर्माण के लिए उद्यान विभाग की 8.05 हेक्टेयर जमीन चिकित्सा शिक्षा विभाग को निशुल्क हस्तांतरित किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। मंजूरी मिलने के बाद कॉलेज का औपचारिक शिलान्यास नहीं हुआ था। जिसके कारण मेडिकल कॉलेज का निर्माण शुरू नहीं हुआ था। दिसंबर 2016 में कॉलेज के शिलान्यास का पत्थर लगाया गया था।
मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास पर सपा नेता व सांसद रामकिशुन में सवाल उठाए है। सांसद रामकिशुन यादव ने कहा, कि मेडिकल कालेज का शिलान्यास मुख्यमंत्री पद की गरिमा के खिलाफ है। पूर्व सरकार में अखिलेश यादव ने मेडिकल कॉलेज चंदौली का शिलान्यास किया था। सपा की सरकार ने कॉलेज के लिए धन भी उपलब्ध करा दिया था। लेकिन जमीन की का अधिग्रहण पूरा न होने के कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका था।
अब सीएम योगी ने उसी कॉलेज का शिलान्यास किया है। सांसद रामकिशुन ने कहा, कि समाजवादी पार्टी शिलान्यास के शिलान्यास की घोर निंदा करती है। पूर्व में शिलान्यास हो चुके कॉलेज का फिर से शिलान्यास करना सीएम की मर्यादा के खिलाफ है। सांसद रामकिशुन ने बताया कि तत्कालीन केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने वर्ष 2018 के बजट में 24 नए मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा की थी। जिसमें से 8 मेडिकल कॉलेज यूपी में बनाने की मंजूरी मिली थी। उसी समय मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल के प्रयासों की वजह से चंदौली मेडिकल कॉलेज का फंड मिर्जापुर मेडिकल कालेज को हस्तान्तरित कर दिया गया था।
राजनीति की भेंट चढ़ चुके इस मेडिकल कॉलेज की जमीन पर कृषि संतति व उद्यान विभाग ने खेती शुरू कर दी। जिसका समाजवादी पार्टी खास तौर पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने काफी विरोध किया था। इस मामले पर केंद्रीय मंत्री महेंद्र पांडेय का कहना है। कि कोरोना महामारी के चलते कॉलेज का काम रुका था। ठीक 5 साल बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कॉलेज का शिलान्यास किया है।



