
सांसद आजम खान की रिहाई को लेकर बैठे भूख हड़ताल पर नागरिक एकता पार्टी के पदाधिकारियों को दमनकारी पुलिस ने किया गिरफ्तार – शेख ताहिर सिद्दीकी
लखनऊ – आज दिनांक 03 अगस्त 2021 को नागरिक एकता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई जिसमें उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी की नगर कमेटी द्वारा (दिनांक 02.08.2021 से 04.08.2021 तक) सांसद आजम खान की रिहाई के लिए कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए 5 लोगों के साथ शांतिपूर्ण तरीके से शहीद स्मारक पर तीन दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठकर सरकार तक अपनी मांगों को सवैंधानिक तरीके से रख रहे थे आगे उन्होंने कहा कि चार दशकों से उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य व पूर्व मंत्री आजम खान के खिलाफ प्रदेश की सरकार द्वारा हो रहे अत्याचार के विरोध में हमारी पार्टी खुलकर मैदान में है
सांसद आजम खान का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा नागरिक एकता पार्टी एक ऐसी पार्टी है जो दलगत राजनीति से ऊपर उठकर न्याय और इंसाफ की राजनीति करती है। आजम खान ने हमेशा लोकतंत्र और देश की जनता के हितों की बात करते हुए सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने का कार्य किया है। उत्तर प्रदेश में जब से बीजेपी की सरकार बनी है तभी से आजम खान के खिलाफ कार्यवाही का सिलसिला जारी है।
आजम खां के खिलाफ कार्यवाही करके प्रदेश सरकार अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल कर रही है इस तरह की कार्यवाही करके बीजेपी आजम खां की राजनीति को खत्म करना चाहती है मगर नागरिक एकता पार्टी बीजेपी के इन मंसूबों को कामयाब होने नहीं देगी आजम खान एक उम्र दराज एवं वरिष्ठ कद्दावर नेता है। जिन्होंने किसी भी सरकार की गलत नीतियों का हमेशा विरोध किया है।
आजम खान की उम्र और वरिष्ठता तथा बीमारी को देखते हुए सरकार को चाहिए के उन्हें तत्काल पैरोल देकर रिहा किया जाए अगर ऐसा नहीं किया जाता है। तो वरिष्ठ नेता के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। अफसोस की बात यह है कि आतंकवाद जैसे मामलों में बंद बीजेपी नेता सांसद साध्वी प्रज्ञा को बीमारी के आधार पर जमानत पर बाहर किया जा सकता है बाबा राम रहीम जैसे लोगों को भी कुछ समय के लिए पैरोल मिल सकती है तो फिर आजम खान को क्यों नहीं।
शहीद स्मारक पर करीब 6-7 घंटे भूख हड़ताल पर बैठे नगर अध्यक्ष सलमान मंसूरी और उनके साथ मंडल उपाध्यक्ष गुलनाज बानों, मंडल प्रभारी अस्मतुल्लाह, जिला प्रभारी सीतापुर गय्यूर खान अय्यूबी तथा शाइना गुलनाज सहित इन 5 लोगों को शाम को उत्तर प्रदेश की पुलिस जबरन दबंगई के बल पर तानाशाही रवैया अपनाते हुए गिरफ्तार करके इको गार्डन ले गई और देर रात रिहा किया।
मैं उत्तर प्रदेश की पुलिस को बताना चाहता हूँ हम सबकी आवाज को आप दबा नहीं सकते है। क्या हमें इतना भी हक़ नहीं कि हम संवैधानिक तरीके से सरकार तक अपनी आवाज भी नहीं पहुंचा सकते |