
‘प्रियंका गांधी को गैरकानूनी तरीके से हिरासत में रखना मानवाधिकारों का उल्लंघन
कांग्रेस की पंजाब यूनिट के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को कहा कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने के बाद 54 घंटे का वक्त बीत चुका है। लेकिन उन्हें कोर्ट के सामने पेश नहीं किया गया है। सिद्धू ने कहा कि 24 घंटे से ज्यादा गैरकानूनी तरीके से हिरासत में रखना मौलिक अधिकारों का सीधा उल्लंघन है। प्रियंका गांधी सोमवार सुबह जब उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने जा रही थीं। तब उन्हें सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया था।
नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्विटर पर लिखा, 54 घंटे बीत गए हैं। प्रियंका गांधी जी को किसी कोर्ट के सामने पेश नहीं किया गया है। 24 घंटे से ज्यादा गैरकानूनी तरीके से हिरासत में रखना मौलिक अधिकारों का साफ-साफ उल्लंघन है। बीजेपी और यूपी पुलिस, आप हमारे मौलिक मानवाधिकारों का हनन कर संविधान के मूल्यों का उल्लंघन कर रहे है।
इससे पहले मंगलवार को सिद्धू ने चेतावनी दी थी कि यदि प्रियंका गांधी को बुधवार तक रिहा नहीं किया गया और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे को किसानों की हत्या के लिए गिरफ्तार नहीं किया गया तो कांग्रेस की पंजाब इकाई उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के लिए कूच करेगी। सोमवार को सिद्धू ने इस घटना के विरोध में पंजाब के राजभवन के बाहर कई पार्टी विधायकों के साथ प्रदर्शन किया था।
कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने पर सवाल उठाया है। इस बीच अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि प्रियंका गांधी और 10 अन्य के खिलाफ शांति भंग होने की आशंका के चलते मामला दर्ज किया गया है। यूपी पुलिस ने इस मामले में प्रियंका गांधी के अलावा दीपेंद्र हुड्डा, यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के खिलाफ आईपीसी की धारा 151, 107 और 116 के तहत FIR दर्ज की है। मंगलवार को सीतापुर गेस्ट हाउस के बाहर सुबह से कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए।
गृह राज्य मंत्री के बेटे पर किसानों को कुचलने का आरोप
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में चार किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आरोप लगाया कि कुछ प्रदर्शनकारी किसानों को कथित रूप से दो ‘एसयूवी’ वाहनों से कुचला गया। किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा का बेटा कथित रूप से दुर्घटना में शामिल एक एसयूवी कार में सवार था।
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने रविवार को कहा था। कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों में ‘‘कुछ लोगों’’ ने बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं और एक चालक को पीट-पीटकर मार डाला। मिश्रा ने कहा कि उनका बेटा मौके पर मौजूद नहीं था। जैसा कि कुछ किसान नेताओं ने आरोप लगाया है और इसे साबित करने के लिए उनके पास तस्वीर और वीडियो साक्ष्य है।