
प्रियंका का चाय बागान में पत्तियां तोड़ना नहीं आया काम
आज विधानसभा चुनाव के परिणाम आ रहे है। कोरोना वायरस महामारी के बीच विधानसभा चुनाव पर भी पूरे देश की नजर टिकी हुई है। इन सबके बीच असम से कांग्रेस के लिए बुरी खबर आ रही है। कोरोना वायरस संकट काल में जिन राज्यों में चुनाव हुए उनमें असम भी शामिल है। असम में भाजपा के पास अपनी सत्ता को बचाने की चुनौती थी जबकि कांग्रेस को कहीं ना कहीं सत्ता हासिल करने की उम्मीद थी। इसके लिए कांग्रेस ने पूरी ताकत भी लगा दी थी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने असम में जमकर चुनाव प्रचार किया था।
शुरुआती रुझानों की बात करें तो 126 सीटों वाली असम विधानसभा में भाजपा बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है जबकि कांग्रेस काफी पीछे है। असम में कांग्रेस ने बदरुद्दीन अजमल की पार्टी से गठबंधन किया था फिर भी उसका परिणाम नजर नहीं आ रहा।
असम में प्रियंका गांधी ने जमकर चुनाव प्रचार किया था। हालांकि आखिरी चरण में होम आइसोलेशन में जाने के बाद उन्होंने प्रचार नहीं किया था। लेकिन उससे पहले असम के वोटरों को लुभाने की उन्होंने खूब कोशिश की थी। इसके लिए वह कभी असम की महिलाओं के साथ दिखाई दी। इसके अलावा वह चाय बागान में मजदूरों के साथ चाय पत्तियां तोड़ती हुई भी दिखाई देती रहीं। कांग्रेस की ओर से असम में नो सीएए का भी स्लोगन दिया गया था लेकिन वह भी काम नहीं आया।