
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय राष्ट्रमंडल दल से कहा, जमकर खेलें और तनाव के बिना खेलें
नयी दिल्ली – बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने जा रहे भारतीय खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उनसे बिना किसी तनाव के जमकर खेलने का आग्रह करते हुए कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में श्रेष्ठ प्रदर्शन का तोहफा देश को देने के इरादे से खेलें।
बर्मिघम में 28 जुलाई से आठ अगस्त तक होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने जा रहे खिलाड़ियों से प्रधानमंत्री मोदी ने करीब 45 मिनट वर्चुअल बातचीत करके उनका हौसला बढाया। इससे पहले उन्होंने पिछले साल तोक्यो ओलंपिक और पैरालम्पिक खिलाड़ियों से भी बात की थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा , जो खिलाड़ी पहली बार इन खेलों में भाग ले रहे हैं। उनसे मैं यही कहूंगा कि जी भरकर खेलें, जमकर खेलें और बिना किसी तनाव के खेलें। एक पुरानी कहावत है कि कोई नहीं है टक्कर में , कहां पड़े हो चक्कर में।
इन्हीं तेवरों के साथ खेलें। उन्होंने कहा , मैदान बदला है, माहौल बदला होगा लेकिन आपका मिजाज नहीं बदला है। आपकी जिद नहीं बदली है। लक्ष्य वही है कि तिरंगे को लहराता देखना है। राष्ट्रगान की धुन को बजते सुनना है। और इसलिये दबाव नहीं लेना है। अच्छे और दमदार खेल से अपना प्रभाव छोड़कर आना है।
उन्होंने आगे कहा , आप लोग ऐसे समय में राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने जा रहे हैं जब देश आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है। इसी अवसर पर आप श्रेष्ठ प्रदर्शन का तोहफा देश को देंगे। इस लक्ष्य के साथ जब मैदान में उतरेंगे तो सामने कौन है।
इस बात से फर्क नहीं पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर स्टीपलचेस खिलाड़ी अविनाश साबले, भारोत्तोलक अचिंत शिउले, बैडमिंटन खिलाड़ी त्रिसा जॉली, हॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे , पैरा एथलीट शर्मिला और साइकिलिस्ट डेविड बैकहम से बात करके उनके अनुभवों को सुना।