प्रदेश की महिलायें अत्यंत परिश्रमी और साहसी-राज्यपाल
देहरादून— कल सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राजभवन में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें, देहरादून में कार्यरत महिला स्वास्थ्य कर्मियों, सफाई कर्मियों तथा फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना काल में उत्कृष्ट सेवाएं देने के लिये सम्मानित किया जायेगा।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सभी महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि यह महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके अधिकारों को समर्पित दिवस है। महिलाओं और बालिकाओं को कौशल विकास के माध्यम से आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना बहुत जरूरी है। आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर महिलाएं वास्तव में सशक्त होती हैं। वो अपने जीवन के प्रत्येक निर्णय स्वयं ले सकती हैं। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए लैंगिक समानता और आर्थिक स्वावलंबन अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि राज्य के सर्वांगीण विकास में यहां की मातृशक्ति का अमूल्य योगदान है। उत्तराखंड की महिलायें अत्यंत परिश्रमी एवं साहसी हैं। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना अत्यंत आवश्यक है। रोजगार सृजन, जैविक कृषि, पर्यटन प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं द्वारा उल्लेखनीय योगदान दिया जा रहा है। यहां की महिला स्वयं सहायता समूहों में बहुत अच्छा कार्य किया है। ऐतिहासिक दृष्टि से महिला सशक्तिकरण ने प्रत्येक सदी में अपने से पूर्व की सदी की तुलना में निरन्तर विकास किया है, लेकिन आज भी महिला सशक्तिकरण का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है।
राज्यपाल ने कहा कि जिन क्षेत्रों पर पहले पुरूषों का एकाधिकार माना जाता था, उन पर भी महिलाओं ने लगन एवं परिश्रम से सफलता का परचम लहराया है। व्यापार, कला, खेल, राजनीति, विज्ञान और टेक्नाॅलोजी सभी क्षेत्रों में महिलाओं ने स्वयं को सिद्ध किया है। महिला सशक्तिकरण के लिये बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करना अत्यन्त आवश्यक है।



