
पोषक तत्वों से भरपूर दूध की मलाई है सेहत के साथ स्किन केयर के लिए भी बेस्ट
दूध के साथ उसकी मलाई खाना भी बहुत ही फायदेमंद होता है। लेकिन संतुलित मात्रा में ही मलाई का सेवन करना चाहिए। क्योंकि पेट में फैट के जमाव की ज्यादा मात्रा होने से डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर की समस्या पैदा हो सकती है। दूध की मलाई को तभी खाएं, जब आप हैवी या हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज करते हों। क्योंकि उन्हें ही पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, कार्ब्स और फैट चाहिए होता है।
डेयरी उत्पाद होने के कारण दूध क्रीम (मलाई) कैल्शियम का एक समृद्ध स्त्रोत होती है। यह हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है। इसमें फॉस्फोरस भी होता है। जो शरीर में कैल्शियम की सभी मात्रा को अवशोषित करने में शरीर की मदद करता है। यह हड्डियों के विकास में मदद करता है। पहले मलाई को दूध का एक हानिकारक उत्पाद माना जाता था। जिसे लोग नहीं खाते थे। अब स्किन केयर एक्सपर्ट्स ने दूध से बने प्रोडक्ट्स को पोषक तत्वों से भरा हुआ बताया है, जो शरीर और स्किन के लिए भी अच्छा साबित हुआ है।
दूध की मलाई कैल्शियम और विटामिन का समृद्ध स्त्रोत कैसे है
मलाई को लगभग 82.2 डिग्री सेल्सियस तक पूरे नॉन-होमोजेनाइज्ड दूध को गर्म करके बनाया जाता है। लगभग एक घंटे तक पकाने के बाद क्रीम ठंडी हो जाती है और दूध पकाने की प्रक्रिया के दौरान सतह पर जो प्रोटीन और फैट की परत जमती है वह मलाई होती है। ऐसा माना जाता है कि ताजा मलाई में मौजूद प्रोटीन और विटामिन कोलेजन के निर्माण को शुरु करते है। जो आगे चलकर बढ़ती उम्र को रोकने में मदद करता है।
क्या दूध की मलाई बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकती है।
इसके कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। लेकिन अब तक मलाई त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ाने के सबसे अच्छे प्राकृतिक स्त्रोतों में से एक मानी गई है।
दूध की मलाई के अन्य स्वास्थ्य लाभ
यह एक प्राकृतिक एक्सफोलिएटर है।
यह आपकी त्वचा को एक प्राकृतिक चमक देती है।
यह आपकी त्वचा को हाइड्रेट करती है। साथ ही उसे डिटॉक्सीफाई भी करती है।
एग्जिमा को ठीक करने में मदद करती है।
फाइन लाइंस और रिंकल्स को दूर करने में मददगार साबित हुई है।
डार्क स्पॉट्स को दूर करती है।
सनबर्न को ठीक करती है।
क्या ज्यादा मलाई खाने से मोटापा, कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियां हो सकती हैं इसे कितनी मात्रा में खाना चाहिए।
मलाई फैट और विशेष रूप से सैचुरेटेड फैट का एक समृद्ध स्त्रोत होता है। नियमति रूप से ज्यादा मलाई का सेवन करना ठीक नहीं होता है।