
नए और पुराने खेल मंत्रियों ने किया ओलंपिक खिलाड़ियों का सम्मान
टोक्यो ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के बाद भारतीय खिलाड़ियों की स्वदेश वापसी हुई और भव्य तरीके से उनका स्वागत किया गया। पांच सितारा होटल में खिलाड़ियों के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। और पहली बार देखा गया कि खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में मौजूदा खेल मंत्री के साथ पूर्व खेल मंत्री भी मौजूद रहे। इस बीच नीरज चोपड़ा ने खुलासा किया कि टोक्यो खेलों में इतिहास रचने वाले प्रदर्शन के बाद उनका शरीर दुख रहा था। लेकिन उन्होंने जो एतिहासिक नतीजा हासिल किया। उसे देखते हुए यह दर्द सहन करने में कोई समस्या नहीं थी। वहीं, साल 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने का सपना देखा गया है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि टीबी के 65 प्रतिशत मामले 15 से 45 साल आयु वर्ग से संबंधित हैं।
खेल मंत्री ने ओलंपिक खिलाड़ियों को किया सम्मानित
पांच सितारा होटल में आयोजित सम्मान समारोह में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों को स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट की। कांस्य विजेता पुरुष हॉकी टीम और चौथे स्थान पर रही महिला टीम दोनों ने होटल पहुंचने के बाद केक काटकर जश्न मनाया। नीरज चोपड़ा ने सम्मानित होने के बाद कहा, हम सभी मध्यमवर्गीय परिवारों से आते है। और परिवारों का समर्थन आवश्यक है। चोपड़ा ने जहां भारतीय अभियान में स्वर्णिम चमक डाली तो वहीं मीराबाई चानू और रवि दहिया ने रजत पदक जीते। जबकि पुरुष हॉकी टीम के अलावा लवलीना बोरगोहेन, पीवी सिंधु और बजरंग पुनिया ने कांस्य पदक हासिल किये।
नया भारत दुनिया पर हावी होने की रखता है इच्छा
अनुराग ठाकुर ने कहा कि टोक्यो 2020 में भारत के लिए कई ऐसी चीजें हुई जो ओलंपिक में पहली बार हुई। ओलंपिक में ‘टीम इंडिया’ की सफलता इस बात को दर्शाती है। कि कैसे नया भारत दुनिया पर हावी होने की इच्छा और आकांक्षा रखता है। यहां तक कि खेल में भी। उन्होंने कहा कि ओलंपिक खेलों ने हमें दिखाया कि आत्म-अनुशासन और समर्पण के साथ हम चैंपियन बन सकते हैं। टीम इंडिया ने उत्कृष्ट प्रदर्शन से प्रेरित किया। जबकि भारत के लोगों ने इस सफलता पर खुशी और जश्न मनाया।
भारत के अभियान में कई चीजें पहली बार हुई। जिसमें अब तक का सबसे बड़ा 128-सदस्यीय खिलाड़ियों का दल, सात ओलंपिक पदक, एथलेटिक्स स्पर्धा में पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक, सिंधु द्वारा लगातार खेलों (रियो और तोक्यो) में पदक और भारतीय पुरुष हॉकी टीम का 41 साल के बाद एक पदक (कांस्य) जीतना शामिल हैं। इसके साथ ही, महिला हॉकी टीम ने खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ चौथा स्थान हासिल किया
साल 2025 तक टीबी मुक्त भारत का सपना
राज्यसभा के सभापित एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को संसद सदस्यों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों को क्षयरोग (टीबी) मुक्त बनाने का सुझाव दिया और कहा कि केंद्र, राज्य, जिला और स्थानीय स्तर पर समन्वय से इसे जन आंदोलन बनाने में मदद मिलेगी। और वर्ष 2025 तक टीबी का उन्मूलन करने के प्रयासों में तेजी आएगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वास्थ्य को विकास से जोड़कर देश की सोच को व्यापक विषय बनाने की दिशा में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि टीबी के 65 प्रतिशत मामले 15 से 45 साल आयु वर्ग से संबंधित हैं। टीबी के 58 प्रतिशत मामले ग्रामीण क्षेत्रों से आते है। जिसका यह मतलब है कि पूरा परिवार टीबी के कारण आगे बढ़ने की गतिशीलता से बाहर हो गया है। उन्होंने सभी सांसदों से यह अपील की कि वे लोगों को टीबी और इसके उपचार के बारे में जागरूक करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करें।