
चमोली हिमस्खलन: अब तक 384 लोगों का रेस्क्यू ,35 लाश बरामद, 204 लापता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चमोली हिमस्खलन घटना पर सीएम तीरथ सिंह रावत से बात की। जिस पर सीएम तीरथ ने ट्वीट कर लिखा है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति घाटी में सुमना गांव के निकट ग्लेशियर टूटने की घटना का संज्ञान लेते हुए मुझसे दूरभाष पर जानकारी ली और चिंता जताई।
चमोलीः उत्तराखंड के चमोली में कुदरत ने एक बार फिर से कहर बरपाया है। चमोली तपोवन के रैणी क्षेत्र के बाद अब नीती घाटी के चीन-तिब्बत सीमा पर सुमना में हिमस्खलन की घटना हुई।
इस हादसे में बीआरओ के कैंप पूरी तरह तबाह हो गए। बीते 23 अप्रैल को आए हिमस्खलन की घटना में 35 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। घटनास्थल पर बीआरओ के लेबर कैंप में 402 लोग थे।
घटना में 204 लोग लापता हैं। जिनकी तलाश के लिए राहत बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। घटना में 384 लोगों को बचाया जा चुका है। वहीं रेस्क्यू के लिए भारतीय सेना के चीता हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है और आज भी बचाव-राहत कार्य जारी रहेगा।
चमोली जिले में भारत-चीन सीमा से लगे क्षेत्र सुमना में बीआरओ के कैंप के पास ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया था। जिसमें काफी नुकसान हुआ है। वहीं, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी घटना स्थल का हवाई निरीक्षण कर हालातों का जायजा लिया था।
सेना के हेलीकॉप्टर के जरिए 6 घायलों को जोशीमठ आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकि एक शख्स को आर्मी अस्पताल देहरादून रेफर किया गया है।