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काशी विश्वनाथ कॉरिडोर लोकार्पण का निमंत्रण पत्र, 244 वर्षों का सिमटा है इतिहास
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण समारोह के आयोजन में विशिष्ट अतिथियों को निमंत्रण पत्र भेजा गया है। इस समारोह में 500 संत-धर्माचार्यों के साथ देश के 2500 से अधिक खास लोगों को भी निमंत्रण भेजा गया है। आपको बता दें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर समारोह का निमंत्रण पत्र भी खास है। इस निमंत्रण पत्र में विश्वनाथ धाम के 200 सालों से अधिक समय के इतिहास का वर्णन किया गया है।
इस निमंत्रण पत्र में मुगलों के द्वारा काशी विश्वनाथ मंदिर को तोड़े जाने की भी तस्वीरें दर्शायी गई है। इसके साथ ही काशी विश्वनाथ की महत्ता को दर्शाया गया है। बता दें कि समारोह में अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती को भी आमंत्रित किया गया है, जिसपर उन्होंने अपनी खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ये हर्ष का विषय है कि वो इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनने वाले है। साथ ही कहा कि इस अवसर पर हम सभी एक नया इतिहास रचते हुए देखेंगे।
आपको बता दें कि ये निमंत्रण पत्र इसलिए भी खास है क्योंकि इसमें मुगल काल में मंदिर पर हुए आतंक का वर्णन किया गया है और महारानी अहिल्याबाई होल्कर के द्वारा मंदिर परिसर के पुनर्निर्माण का भी वर्णन है। महाराजा रणजीत सिंह ने 19वीं सदी में इस मंदिर पर स्वर्ण शिखर लगवाया था।
निमंत्रण पत्र में लिखा गया है कि “हमें यह बताते हुए हार्दिक प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है कि श्री काशी विश्वनाथ धाम का शुभ लोकार्पण कार्यक्रम माननीय प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से पूज्य संतों व धर्माचार्यों की उपस्थिति में दिनांक 13 दिसम्बर, 2021 (विक्रम संवत 2078 मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष दशमी तिथि) को होने जा रहा है। अतः इस शुभ अवसर पर आपकी गरिमामयी उपस्थिति प्रार्थनीय है, कृपया पधार कर अनुग्रहित करने का कष्ट करें।”
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