
श्रीगणेश के 12 नाम जपने से पूरी होती हैं हर मनोकामना और दूर होते हैं कष्ट
किसी भी पूजा में सर्वप्रथम गणेश का ही स्मरण किया जाता है। इसलिए उन्हें प्रथम पूज्य कहा जाता है। भगवान शिव ने गणेश जी को ये आशीर्वाद दिया था कि जब भी पूजा होगी, तो सबसे पहले उनका ही स्मरण होगा, इसीलिए पूजा में सबसे पहले गणेश जी का ही स्मरण किया जाता है। गणेशजी के अनेक नाम हैं लेकिन ये 12 नाम प्रमुख हैं- सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्णक, लंबोदर, विकट, विघ्न-नाश, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचंद्र, गजानन।
भगवान गणेश के अति शुभ बारह नामों का नित्य स्मरण करने वाले व्यक्ति को जीवन में किसी भी प्रकार के संकटों का सामना नहीं करना पड़ता है। विद्या अध्ययन, विवाह के समय, यात्रा , रोजगार के शुभारम्भ में या अन्य किसी भी शुभ कार्य को करते समय गणेश के बारह नाम लेने से कार्यो की अड़चनें दूर हो जाती है। श्रीगणेश अंक में भगवान गणेश के 12 नामों का वर्णन किया गया है, जिनको बोलने से मनुष्य के सभी दुखों का नाश हो जाता है और उसकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।
श्लोक-
विद्यार्थी लभते विद्यां, धनार्थी लभते धनम्।
पुत्रार्थी लभते पुत्रान्, मोक्षार्थी लभते गतिम्।।
अर्थात भगवान गणेश के इन बारह नामों का पाठ करने से विद्या चाहने वाले को विद्या, धन चाहने वाले को धन, पुत्र चाहने वाले को पुत्र और मोक्ष की इच्छा रखने वाले को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
शिक्षा में मिलती है सफलता
भगवान गणेश को बुद्धि का देवता माना गया है। अच्छी बुद्धि और विद्या की प्राप्ति के लिए गणपति की पूजा-अर्चना का विधान है। श्रीगणेश-अंक के अनुसार, जिस भी मनुष्य को अच्छी विद्या पाने की इच्छा हो, उसे भगवान गणेश के इन 12 नामों का पाठ करना चाहिए। नियमित रूप से इनका जप करने से भगवान गणेश की कृपा हमेशा बनी रहती है और मनुष्य की हर मनोकामना पूरी होती है। विद्यार्थियों के लिए नियमित रूप से इनका जप करना विशेष लाभकारी है।
धन प्राप्ति के लिए
भगवान गणेश को सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। जिस भी मनुष्य को धन-संपत्ति पाने की इच्छा हो, उसे पूरी श्रद्धा के साथ भगवान गणेश के इन बारह नामों का पाठ नियमित रूप से करना चाहिए। ऐसा करने से घर से दरिद्रता दूर होती है और धन-धान्य में वृद्धि होती है,सुख-समृद्धि आती है।
योग्य संतान की प्राप्ति के लिए
भगवान गणेश के इन बारह नामों को चमत्कारी माना जाता है। इनके जप से मनुष्य की हर मनोकामना जरूर ही पूरी होती है। संतान चाहने वाले दंपत्ति को रोज सुबह और शाम श्रद्धापूर्वक इनका पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से उनको संतान पाने की कामना पूरी होती है।
मोक्ष की प्राप्ति के लिए
भगवान गणेश प्रथम पूज्य माने जाते हैं। किसी भी काम की शुरुआत में सबसे पहले उनका पूजन किया जाता है। भगवान गणेश की आराधना करने से मनुष्य को अपने पापों से मुक्ति मिलती हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। भगवान गणेश के इन बारह नामों का पाठ करने से मनुष्य को धरती पर ही स्वर्ग के समान सुख मिलते हैं और मृत्यु के उपरांत मोक्ष की प्राप्ति होती है,ऐसा शास्त्रों का मत है।