राजनाथ लाओ में मिले चीन के रक्षा मंत्री डांग जुन से, विश्वास बहाली के लिए काम करने पर बनी सहमति
लाओ की यात्रा पर पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को वहां चीन के रक्षा मंत्री एडमिरल डाँग जुन के साथ बैठक की और दोनों देशों के संबंधों में विश्वास बहाली के विषय में बातचीत की। सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘ चीन के रक्षा मंत्री एडमिरल डाँग जुन के साथ वियतनाम में एक बहुत ही सार्थक बैठक की। हम (अपने दोनों देशों के बीच) परस्पर विश्वस और सूझबूझ को पुन:स्थापित करने की एक योजना पर मिल कर काम करने पर सहत हुए हैं।
सिंह दक्षण पूर्व एशियायी देशों के संघ ( आसियान ) रक्षा मंत्रियों की बैठक (एडीएमएम ) के साथ होने वाली आमंत्रित देशों की बैठक (एडीएमएम-प्लस) में भाग लेने के लिए 20 से 22 नवंबरतक लाओ की आधिकारिक यात्रा पर होंगे। वह वियनतियाने में हो रहे इस सम्मेलन दौरान क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों पर संबोधन करेंगे। यह एडीएमएम-प्लस की 11वीं बैठक है। रक्षा मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार इस दौरान श्री सिंह ऑस्ट्रेलिया, जापान, लाओ , मलेशिया, न्यूजीलैंड, फिलीपींस, कोरिया और अमेरिका के रक्षा मंत्रियों के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें भी कर सकते हैं।
इन बैठकों का उद्देश्य इन देशों के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और बढ़ाना है। एडीएमएम आसियान में सर्वोच्च रक्षा परामर्शदात्री और सहयोग तंत्र है। एडीएमएम में आसियान केसदस्य देशों ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओ पीडीआर, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम के अलावा आठ वार्ता साझेदारों (भारत, अमेरिका, चीन, रूस, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड) को आमंत्रित किया जाता है।
इसका उद्येश्य वैश्विक सुरक्षा और विकास के लिए इन देशों के बीच सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मजबूत करना है। भारत वर्ष 1992 में आसियान का वार्ता साझेदार बना और पहला एडीएमएम -प्लस 12 अक्टूबर, 2010 को हनोई, वियतनाम में आयोजित किया गया था। वर्ष 2017 से, एडीएमएम-प्लस देशों के मंत्री आसियान और इसके वार्ता साझेदार देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए सालाना बैठक कर रहे हैं।