
पुलिस ने मांगा अस्पतालों, अधिकारियों और कर्मचारी की सूची, 9.94 करोड़ के घोटाले की जांच शुरू
आयुष्मान योजना में 9.94 करोड़ के घोटाले की जांच हजरतगंज पुलिस ने शुरू कर दी है। इस मामले में स्टेट एजेंसी साचीज के तीन अधिकारियों के आईडी का दुरुपयोग किया गया। इसके माध्यम से 39 अस्पतालों को फर्जी तरीके से यह भुगतान किया गया। सारे भुगतान रात में किये गये। पुलिस ने जांच के लिए स्टेट एजेंसी साचीज से अस्पतालों की सूची मांगी है।
ताकि उनके खातों की जांच कर लाभार्थियों को रुपये भेजे गये है कि नहीं इसका पता लगा सके। वहीं, साचीज के नोडल डॉ. ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव से ट्रांजेक्शन से संबंधित दस्तावेज, जिन तीन अफसरों की मेल आईडी प्रयोग रुपये ट्रांसफर करने में किया गया उनका ब्योरा, इसके अलावा एजेंसी में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची भी मांगी है।
पुलिस ने स्टेट एजेंसी द्वारा की गई जांच का भी डिटेल अफसरों से मांगी है। इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह के मुताबिक जल्द ही इस मामले में वादी और एजेंसी से जुड़े कई अन्य अफसरों के बयान दर्ज किए जाएंगे। इस संबंध में उन्हें नोटिस जारी की गई है। इस मामले में साचीज के नोडल अधिकारी डॉ. ब्रजेश श्रीवास्तव ने रिपोर्ट दर्ज कराया था।
उन्होंने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान में नौ करोड़ 94 लाख रुपये के घोटाले की जानकारी देते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। एजेंसी के लेखाधिकारी, मैनेजर और सीईओ की आईडी का इसमें इस्तेमाल किया गया। किसी व्यक्ति ने तीनों की आईडी का दुरुपयोग करके 6239 लाभार्थियों के नाम से 39 चिकित्सालयों को भुगतान कर 9.94 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है।