प्रधानमंत्री मोदी ने शीर्ष कैरेबियाई नेताओं से मुलाकात की, द्विपक्षीय सहयोग पर की चर्चा
जॉर्जटाउन (गुयाना)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन के अवसर पर कैरेबियाई देशों के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने तथा कई प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। प्रधानमंत्री आज सुबह गुयाना पहुंचे। यह 50 वर्षों से अधिक समय में किसी भारतीय राष्ट्र प्रमुख की पहली गुयाना यात्रा है। उन्होंने बुधवार को दूसरे भारत-कैरेबियाई समुदाय (कैरिकॉम) शिखर सम्मेलन से इतर कैरेबियाई साझेदार देशों के नेताओं से मुलाकात की।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई। राष्ट्रपति का स्वयं भारत के साथ प्रगाढ़ संबंध है।’’ दोनों नेताओं ने कौशल विकास, क्षमता निर्माण, कृषि, फार्मास्यूटिकल्स, शिक्षा और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय विकास सहयोग की समीक्षा की।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत हमेशा बुनियादी ढांचे, शिपिंग, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में गुयाना के लिए एक विश्वसनीय साझेदार रहेगा।’’ उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन, आपदा रोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन जैसी पहलों के लिए कैरेबियाई राष्ट्र के समर्थन को ‘‘उल्लेखनीय’’ बताया। उन्होंने बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया मोटली से भी मुलाकात की।
विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘बैठक में बारबाडोस की प्रधानमंत्री ने कोविड-19 महामारी के दौरान देश की सहायता में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और भारत-बारबाडोस संबंधों के प्रति प्रतिबद्धता को सराहा तथा प्रधानमंत्री को मानद ‘ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस’ पुरस्कार से सम्मानित करने के अपनी सरकार के फैसले की घोषणा की।’’ यह पुरस्कार 30 नवंबर को बारबाडोस में प्रदान किया जाएगा।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘इस उच्च स्तरीय बैठक ने दोनों नेताओं को भारत-बारबाडोस संबंधों में नयी जान डालने और उन्हें मजबूत करने का अवसर प्रदान किया, साथ ही स्वास्थ्य एवं फार्मा तथा संयुक्त राष्ट्र में सहयोग सहित कई प्रमुख क्षेत्रों में जारी सहयोग की समीक्षा की।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने बहामास के अपने समकक्ष फिलिप डेविस से भी मुलाकात की और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने, जलवायु परिवर्तन कार्रवाई एवं हरित साझेदारी पर केंद्रित ‘‘सार्थक’’ चर्चा की।
विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘नेताओं ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।’’ भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन से इतर मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो के प्रधानमंत्री कीथ रोले से भी मुलाकात की।
उन्होंने भारत के प्रमुख ‘यूपीआई प्लेटफॉर्म’ को अपनाने के लिए डॉ. रोले को बधाई दी। विदेश मंत्रालय ने एक अलग पोस्ट में कहा, ‘‘नेताओं ने डिजिटल परिवर्तन, स्वास्थ्य, रक्षा और समुद्री सुरक्षा, परिवहन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।