
बैग विधि से तैयार आम की धूम, किसानों की आय में इजाफा
राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद तहसील के किसान आम की खेती में नई तकनीक का इस्तेमाल कर अपनी आय में वृद्धि कर रहे हैं। दशहरी आम को बैग में तैयार करने की पद्धति अब किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। इस विधि से तैयार आम की मांग बाजार में बढ़ रही है, और इसकी कीमत भी अच्छी है।
बैग विधि से तैयार आम की कीमत 50 से 60 रुपये प्रति किलो है, जो प्राकृतिक तरीके से तैयार आम की तुलना में अधिक है। इस आम की धूम दिल्ली सहित देश के बाजारों में मची हुई है। किसानों का कहना है कि बैग विधि से आम की खेती करने से उनकी आय में काफी इजाफा हुआ है। बैग विधि में आम को बैग में उगाया जाता है, जिससे आम को कीटों और बीमारियों से बचाया जा सकता है। इससे आम की गुणवत्ता में सुधार होता है, और इसकी मांग बाजार में बढ़ती है।
इस विधि से आम की गुणवत्ता और आकार में सुधार होता है, जिससे आम की पैदावार भी बढ़ती है। किसानों का कहना है कि सरकार को इस तकनीक को बढ़ावा देने के लिए और अधिक समर्थन देना चाहिए। इससे किसानों की आय में और अधिक इजाफा हो सकता है, और आम की खेती में नई संभावनाएं खुल सकती हैं।
बैग विधि से आम की खेती करने से किसानों को कई फायदे हो रहे हैं। इस विधि से आम की गुणवत्ता अच्छी होती है, जिससे उन्हें बाजार में अच्छा मूल्य मिलता है। इसके अलावा, इस विधि से आम की पैदावार भी बढ़ती है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होती है।
बाजार में आम की मांग अच्छी है, और बैग विधि से तैयार आम की कीमत भी अच्छी है। हालांकि, बागवान अहमद उल्लाह का कहना है कि आम की कीमतें पहले अच्छी थीं, लेकिन अब मंडी के भाव गिर गए हैं। हाई टेक मंडी के आढ़ती जितेंद्र कुमार कहते हैं कि आम का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है, जिस कारण किसानों ने आम की टूट रोक रखी है। मंडी की शुरुआत होने पर अन्य बाजारों में इसका अच्छा मूल्य मिल रहा था, लेकिन अब मंडी के भाव गिर गए हैं।